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पहले 12 दिन तक जंगल में रखा, फिर काटी जेल

जागरण संवाददाता अंबाला शहर गांव जैतपुर निवासी मनीष कुमार के अनुसार उसने अमेरिका जाने के लिए कुरुक्षेत्र के गांव इस्माइलाबाद निवासी गाबा को 22 लाख रुपये दिये थे। 19 फरवरी को दिल्ली से अमेरिका गया था। लेकिन यहां अमेरिका की पुलिस ने उसे पकड़ लिया और नौ माह तक जेल में रखा। अब उसे पता चला एजेंट ने उसे अवैध तरीके से अमेरिका भेजा गया था। वहां से लौटने के बाद आरोपित गाबा से संपर्क करना चाहा तो आनाकानी कर रहा है। आरोपित ने रुपये न पासपोर्ट लौटाया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 01:09 AM (IST)Updated: Sat, 06 Jun 2020 01:09 AM (IST)
पहले 12 दिन तक जंगल में रखा, फिर काटी जेल
पहले 12 दिन तक जंगल में रखा, फिर काटी जेल

गांव भूनी के रहने वाले सुखजिद्र सिंह का कहना है विदेश भेजने के लिए निहारसी के फकीर सिंह एजेंट सोनू से बात करवाई थी। आरोपित एजेंट ने अमेरिका भेजने के नाम पर 14 लाख रुपये मांगे थे। जो उसे परिवार के लोगों ने दे दिये थे। 20 मई 2019 को दिल्ली से सुबह ढाई बजे एडिसबाबा देश रवाना हुआ था। ब्राजील, लिम्मा से होते हुए 26 मई को इक्वाडोर पहुंचा। यहां डोंकर ने उसे पासपोर्ट ले लिया। यहां से डोंकर समुंद्र के रास्ते से वाया कपूरगाना होते हुए पनामा के जंगल में छोड़ दिया। यहां आर्मी ने पकड़ लिया और पांच दिन तक कैंप में रखा। यहां से डोंकर ने कास्टेरिका बार्डर पर छोड़ दिया। वहां से बस में निकारागोआ के जंगल से होते हुए होंडरस पहुंचा। वहां से डोंकर ने गवाटेमाला नदी का रास्ता पार करवाकर मैक्सिको में छोड़ दिया। यहां एक दिन होटल में रूकने के बाद फिर 14 दिन तक जंगल में चला और से अमेरिका में दाखिल होने के बाद आठ माह तक जेल में रखा। समय पूरा होने के बाद वाइट पासपोर्ट बनने के बाद वह अपने देश लौटा है। नग्गल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। नौ माह तक जेल में रहने के बाद वकील को दिये 75 हजार डॉलर

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जागरण संवाददाता, अंबाला शहर :

गांव जन्देड़ी निवासी अनिल कुमार के अनुसार अमेरिका जाने के लिए निहारसी के फकीर सिंह एजेंट सोनू से 15 लाख रुपये में बात करवाई थी। 20 मई 2019 को वह दिल्ली से एडीसबाबा पहुंचा था। वहां से फ्लाइट से साऊमोलो, क्वीटो पहुंचा। यहां पहुंचने के बाद व्यक्ति ऐली मिला। वह उसे बस के रास्ते से पनामा के जंगल में ले जाकर छोड़ दिया। पांच दिन तक भूखे-प्यासे जंगल में चला। यहां एक माह रहने के बाद क्योस्ट्रिका पहुंचा। इसके बाद गवाटेमाला से 18 दिन पैदल चलने के बाद मैक्सिको बॉर्डर पर पहुंचा। तभी वहां की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया। नौ माह तक जेल में रहने के बाद उसने 75 हजार डॉलर खर्च कर वकील किया। उसके बाद वह अपने देश लौट पाया है। पांच दिन जंगल पैदल चलाकर मैक्सिको बॉर्डर पहुंचाया

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर :गांव बालापुर निवासी सुनील कुमार बताते हैं एजेंट कुलवंत सिंह ने अमेरिका भेजने के नाम पर 20 लाख रुपये लिये थे। 16 मई 2019 दिल्ली से एडिसबाबा पहुंचा। फिर यहां से सापोल, क्वीटो पहुंचा। यहां पहुंचने के बाद वह बस से ट्रबो होते हुए मैडली से कपूरगाना पहुंचा। वहां से किश्ती में पनामा के जंगल पहुंचा दिया गया। यहां लगे आर्मी कैंप 13 दिन तक रहा। उसके बाद कंट्री पास बना कर डोंकर जंगल के रास्ते से मैक्सिको बॉर्डर तक दिन-रात पांच दिन तक पैदल चलाया। बॉर्डर पार करने के बाद जब वह अमेरिका में दाखिल हुआ तो अमेरिका की पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस ने पांच दिन तक चौकी में रखा। उसके बाद वह एक जून को अमृतसर पहुंचा।

भेड़-बकरी बेचकर एजेंट को दिये थे छह लाख रुपये

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : गांव मुंडामाजरा के संजीव कुमार बताते हैं उसके पिता सतपाल खेतीबाड़ी का काम करते हैं और वह 12वीं तक पढ़ा है। उसकी अमेरिका जाने की इच्छा थी। पिता ने भेड़-बकरी बेचकर एजेंट रवि को छह लाख रुपये दिये थे। 23 मार्च 2019 को दिल्ली एयरपोर्ट से एडिसबाबा भेजा गया। वहां से सापोल से क्वीटो होते हुए कोलम्बिया पहुंचा। यहां पहुंचते ही उसे एक डोंकर मिला जो उसे पहाड़ियों के रास्ते से होते हुए मैडलिन तक ले गया। उसके बाद ट्रबो से पनामा के जंगल में छोड़ दिया। यहां से निकलने के बाद नकारागोवा देशों से होते हुए मैक्सिको पहुंचा। जब मॉक्सिको का बॉर्डर पार अमेरिका में घुसा तभी वहां की पुलिस ने पकड़ लिया और आठ माह तक जेल में रखा। यहां एमीग्रेशन ऑफिसर ने एक फार्म दिया जिसके बाद उसका वाइट पासपोर्ट बन गया उसके बाद वह अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा है।

22 लाख देने के बाद भी जंगल में गुजारे दिन

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर :गांव जैतपुर निवासी मनीष कुमार के अनुसार उसने अमेरिका जाने के लिए कुरुक्षेत्र के गांव इस्माइलाबाद निवासी गाबा को 22 लाख रुपये दिये थे। 19 फरवरी को दिल्ली से अमेरिका गया था। लेकिन यहां अमेरिका की पुलिस ने उसे पकड़ लिया और नौ माह तक जेल में रखा। अब उसे पता चला एजेंट ने उसे अवैध तरीके से अमेरिका भेजा गया था। वहां से लौटने के बाद आरोपित गाबा से संपर्क करना चाहा तो आनाकानी कर रहा है। आरोपित ने रुपये न पासपोर्ट लौटाया है।


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