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एक्सपायरी दवाओं व कबाड़ के गोदाम में साढ़े चार घंटे लगी रही आग, जहरीले धुएं ने बढ़ाई मुश्किल

आसपास की कॉलोनियों के आसमान में चढ़ा रहा धुआं, दमकल की दो गाड़ियों ने घंटों मशक्कत के बाद पाया काबू, आबादी से दूर होने के कारण रहा बचाव, बायोमेडिकल वेस्ट को लेकर बरती गई लापरवाही

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 02:19 AM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 02:19 AM (IST)
एक्सपायरी दवाओं व कबाड़ के गोदाम में साढ़े चार घंटे लगी रही आग, जहरीले धुएं ने बढ़ाई मुश्किल
एक्सपायरी दवाओं व कबाड़ के गोदाम में साढ़े चार घंटे लगी रही आग, जहरीले धुएं ने बढ़ाई मुश्किल

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: शहर के मनमोहन नगर स्थित गोदाम में मंगलवार शाम करीब आग लग गई। कबाड़ के साथ एक्सपायरी दवाओं के इस डं¨पग जोन में एक बार आग लगी तो फिर साढ़े चार घंटे तक बुझने का नाम नहीं लिया। यह डं¨पग प्वाइंट भले ही घनी आबादी से दूर था लेकिन जहरीले धुएं ने लोगों की मुश्किल बढ़ाने का काम किया। कालोनियों के ऊपर धुएं का गुबार छाया हुआ था। इस दौरान दमकल विभाग की दो गाड़ियां आग बुझाने में लगी रही। इन गाड़ियों ने रात करीब साढ़े दस बजे तक आग पर काबू पाया। वहीं, इस हादसे में गोदाम मालिक की घोर लापरवाही देखने को मिली। यह गोदाम प्लास्टिक, टायर, केबल तार आदि के साथ बायोमेडिकल वेस्ट को भी डं¨पग ग्राउंड बना हुआ था। साफ नजर आया कि किस प्रकार मेडिकल कचरे के निष्पादन में नियम कायदों को किनारे किया जा रहा था। हालांकि, यह अब जांच का विषय है।

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आग की इस घटना बारे सबसे पहले पड़ोस की महिला सुषमा को पता चला जो कि करीब 60 मीटर पर अपने मकान में रहती है। सुषमा के मुताबिक छह बजे वह फैक्टरी से घर लौटी तो गोदाम के बाहरी हिस्से में आग सुलग रही थी। हालांकि, इतनी भीष्ण नहीं थी। बाद में जब बच्चों को खाना खिलाने के बाद वह बाहर आई तो आग भड़क चुकी थी। उसने पास से गुजरते लड़कों से दमकल को सूचित करने के लिए कहा। हालांकि, तब तक करीब आठ बज चुके थे। दमकल विभाग को पवन नामक युवक ने फोन पर सूचित किया। इसके बाद बलदेव नगर पुलिस भी मौके पर आ डटी थी। जिसके बाद आग बुझाने के लिएघंटों लगातार प्रयास किया गया। गोदाम की दीवार के भीतर जाना हुआ मुश्किल

करीब 100 गज के इस प्लाट को चारदीवारी की हुई थी। जिसमें यह डं¨पग प्वाइंट बनाया हुआ था। हालांकि, दमकल विभाग के लिए इसके अंदर प्रवेश करना मुश्किल हुआ जा रहा था। इस दीवार को जेसीबी से तोड़ने की भी योजना बनाई गई। हालांकि, जेसीबी के पहुंचने से पहले दमकल विभाग के प्रयासों से आग पर काबू पा लिया गया। चूंकि, इस आग में एक्सपायरी दवाएं व इंजेक्शन आदि भी जल रहे थे तो सांस लेने में भी परेशानी महसूस हुई। मालिक पास पड़ोस की सूचना के बाद मौके पर पहुंचा

मनमोहन नगर स्थित यह गोदाम रामनगर निवासी कृष्ण लाल द्वारा संचालित किया जा रहा था। कृष्ण लाल ने दैनिक जागरण को बताया कि वह शाम करीब पांच बजे गोदाम से होकर गया था उस वक्त सब सामान्य था। उसके बाद वह अपने घर चला गया। देर शाम उसे गोदाम में आग लगने की जानकारी मिली। जब वह पहुंचा तो दमकल की दो गाड़ियां आग बुझाने में लगी हुई थी। कृष्ण लाल ने कहा कि वह यहां कबाड़ की छंटाई का काम करता है। आग से हुए नुकसान का कोई आंकलन नहीं हुआ है।


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