सेशन जज हत्याकांड मामले में दोनों पक्षों पर दर्ज की एफआइआर, जांच में जुटी पुलिस
सेशन जज हत्या कांड के मुख्य गवाह व उसके भाई पर तेजधार हथियारों से हमला होने पर पुलिस ने तीन लोगों पर मामला दर्ज किया।
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़
सेशन जज हत्या कांड के मुख्य गवाह व उसके भाई पर तेजधार हथियारों से हमला होने पर पुलिस ने तीन लोगों पर मामला दर्ज किया। वहीं दूसरी तरफ भी रास्ता रोक कर मारपीट करने पर दो आरोपितों पर मामला दर्ज किया। यहां दोनों मामले एक समय के हैं लेकिन सच्चाई जानने के लिए थाना प्रभारी जांच कर रहे हैं।पुलिस जांच अधिकारी मंजीत सिंह के अनुसार रमबीर निवासी बड़ागांव ने पुलिस में शिकायत देकर आरोप लगाया कि 17 अगस्त को सुबह वह अपनी दुकान पर काम कर रहा था। आरोप था कि तभी शिव कुमार, मोहन व सुरजीत तेजधार हथियारों से लैस होकर शिव कुमार ने हमला कर दिया तभी सुरक्षा कर्मी मंदीप ने मेरा बचाव किया। मोहन ने विजय कुमार पर तेजधार हथियार से हमला किया लेकिन बचाव करते हुए वह हाथ पर लगा। इतने में सुरजीत ने डंडे से हमला बोला जो उसके कंधे पर लगा। तभी उसका सुरक्षा कर्मी आ गया। इस पर तीनों वहां से भागते हुए जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। ये लोग उसे सैशनजज हत्या की गवाही देने से रोकते हैं और पहले भी कई बार जान लेवा हमला कर चुके हैं और आज से कई दिन पहले भी उसे धमकियां व गाली गलौच कर रहे थे व उसे सैशनजज हत्या की गवाही देने से रोकते हैं और गवाहों के कारण उससे रंजिश रखते हैं। इन लोगों से उसे जान का खतरा है। दोनों घायलों को सिविल अस्पताल पहुंचाया जहां से डाक्टरों ने दोनों को रेफर कर दिया। पुलिस ने रामबीर की शिकायत पर तीनों आरोपित शिवकुमार, मोहन व सुरजीत के खिलाफ मामला दर्ज किया। दूसरा मामला रास्ता रोक कर तेजधार हथियारों से मारपीट करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस जांच अधिकारी गुरमुख सिंह के अनुसार गांव बडागांव के मोहन सिंह ने पुलिस में शिकायत देकर आरोप लगाया कि 17 अगस्त को सुबह करीब 10 बजे वह खेतों की तरफ जा रहा था। जब वह रोड पर अपने खेत के सामने पंहुचा तो उसे विजय व रामबीर ने उसका रास्ता रोक लिया और नीचे गिरा दिया और उसकी छाती पर विजय ने अपनी पिस्टल रख दी और पिस्टल का बट उसकी छाती पर मारा और कहने लगा कि उसे अपने भाई का बदला लेना है। तभी रामबीर ने तेजधार हथियारों से उसपर हमला बोल दिया। इतने में शिव कुमार भी मौका पर उसे बचाने के लिय आने लगा तो उसे पुलिस के तीन जवान जो रामबीर व विजय के बॉडीगार्ड हैं, ने शिव कुमार को पकड़ लिया और उसे छुड़ाने के लिए आने नहीं दिया। घायल मोहन को सिविल अस्पताल पहुंचाया जहां से डाक्टरों ने उसे सैक्टर 6 पंचकूला रेफर कर दिया। इसपर पुलिस ने मोहन की शिकायत पर आरोपित रामबीर व विलय पर मामला दर्ज किया। दोनों मामलों को लेकर जब थाना प्रभारी अरविन्द ने बताया कि यह दोनों मामले एक समय के हैं लेकिन सच्चाई जानने के लिए रामबीर व विजय के सुरक्षा कर्मियो से पुछताछ व अन्य सबूत जुटा कर तभी सच्चाई सामने आएगी। इसकी जांच की जा रही है। दोनो पक्ष के चोटें हैं।