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एफसीआइ और हैफेड की लापरवाही से कार्डधारकों के पास पहुंचा खराब गेहूं

जागरण संवाददाता, अंबाला एफसीआइ और हैफेड की लापरवाही के कारण राशन डिपो पर खराब

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Dec 2018 01:26 AM (IST)Updated: Wed, 26 Dec 2018 01:26 AM (IST)
एफसीआइ और हैफेड की लापरवाही से कार्डधारकों के पास पहुंचा खराब गेहूं
एफसीआइ और हैफेड की लापरवाही से कार्डधारकों के पास पहुंचा खराब गेहूं

जागरण संवाददाता, अंबाला

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एफसीआइ और हैफेड की लापरवाही के कारण राशन डिपो पर खराब गेहूं की कुछ बोरियां सप्लाई कर दी गई। कुछ सप्लाई मोहड़ा जबकि इक्का-दुक्का बोरी अंबाला छावनी के राशन डिपो में भेजी गई। यह गेहूं जैसे ही डिपो होल्डरों के पास पहुंचा तो मोहड़ा के डिपो होल्डर ने डीएफएससी के निर्देशों के अनुसार उसे वापस कर दिया। जबकि छावनी में कुछ डिपो धारकों ने दोनों विभागों की लापरवाही पर फूल चढ़ाते हुए इसी खराब गेहूं का आगे कार्डधारकों को वितरित कर दिया। कार्डधारक भी डिपो से बिना देखे ही यह गेहूं ले गए और उसे पिसवा लिया। छावनी में दयालबाग गुरुद्वारे के पास रहने वाली महिला के साथ भी ऐसा ही हुआ। महिला ने घर जाकर जब गेहूं देखा तो वह गंदा था। इसीलिए उसने गेहूं धोकर सूखाया और पिसवा लिया। लेकिन जब आटा गूंथा तो उसमें से बदबू आने लगी।

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जिले में 99 हजार 545 कार्डधारकों को वितरित होता गेंहू

जिले की बात करें तो यहां 99 हजार 545 कार्डधारकों को गेहूं दिया जाता है। इन सभी को करीब 7 हजार 144 क्विंटल गेहूं वितरित किया जाता है। जिला खाद्य आपूर्ति विभाग की गेहूं गत माह ही खत्म हो गई थी। इसीलिए अब एफसीआइ ही वेयर हाउस या हैफेड किसी भी खरीद एजेंसी से विभाग गेहूं दिला देता है। सबसे पहले खुले में पड़ी गेहूं निकाली जाती है। इसके बाद स्टोर में भंडारण की गई गेहूं का नंबर आता है। एफसीआइ ने हैफेड की ओपन में पड़ी गेहूं का विभाग के पास डिपुओं में वितरित करने के लिए भेज दिया। जब विभाग में यह गेहूं पहुंचा तो जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी ने गेहूं में ज्यादा नमी होने के कारण उसे बदलने का पत्र जारी कर दिया, लेकिन न तो हैफेड ने समय पर ध्यान दिया न ही एफसीआइ ने उस पर गौर किया।

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फोटो: 04

डिपो होल्डर दोबारा सप्लाई ले सकते हैं : राठी

जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी निशांत राठी ने बताया कि मैंने इस बारे में पहले ही एफसीआइ और हैफेड को पत्र लिख दिया था। साथ ही सभी डिपो होल्डरों को भी निर्देश दिए गए। जिनके पास खराब गेहूं आता है वह वापस करके दोबारा अच्छी सप्लाई ले सकता है। हमारे पास मोहड़ा से शिकायत आई थी। तुरंत गेहूं बदलकर वहां नया अलॉट भिजवा दिया गया। महेश नगर व छावनी एरिया में कहीं से कोई शिकायत नहीं आई है। दयालबाग के डिपो धारक से भी पता किया गया है। उसने भी ऐसी दिक्कत नहीं बताई। उपभोक्ताओं से अनुरोध है कि राशन देखकर ही खरीदें। यदि कोई गंदा राशन दे तो लेने से इंकार कर दें। उसके बाद यदि शिकायत आती है तो निश्चित तौर पर उसका निवारण किया जाएगा। जिस महिला ने शिकायत की है उसने एक सप्ताह से ज्यादा समय पहले गेहूं लिया था। पता नहीं वह डिपो का ही है या कहीं ओर का। यदि डिपू से खराब जाता तो दूसरे लोग भी शिकायत करते।


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