मासूमों को आग के हवाले कर पिता ने खुद को जलाया, दो की मौत
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : पारिवारिक कलह के चलते पिता ने अपने दो बच्चों को सुलगते उलगते उपलों पर रख दिया और खुद को भी आग लगा ली।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : पारिवारिक कलह के चलते पिता ने अपने दो बच्चों को सुलगते उपलों पर डाल दिया। इसके बाद खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। गंभीर हालत में तीनों को पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर किया गया जहां पर 35 वर्षीय दीपक को मृत घोषित कर दिया गया जबकि 6 वर्षीय प्रबल ने मंगलवार दोपहर करीब एक बजे उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। 4 वर्षीय बेटी भाविका उर्फ परी पीजीआइ में ही ¨जदगी और मौत से जूझ रही है। भाविका करीब 70 फीसद झुलस चुकी है।
जानकारी के अनुसार सुभाष गली अंबाला शहर में बहल अस्पताल और ईश्वर अस्पताल से सटे हुए मकान में दीपक दो भाइयों के परिवार के साथ रह रहा था। दीपक परिवार में सबसे छोटा भाई था। दीपक पत्नी आशु के साथ पटियाला अपनी साली की शादी में गया हुआ था। सोमवार को ही वह पटियाला से आए थे। इसके बाद रात को पति-पत्नी में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। विवाद शांत होने के बाद परिवार के सभी सदस्य सो गए। सोमवार-मंगलवार रात को करीब 12 बजे दीपक बेटे प्रबल और बेटी भाविका को उठाकर छत पर ले गया। जहां पर उसने पहले से ही उपलों को सुलगाया हुआ था। बताया जा रहा है नशे की हालत में दीपक ने अपने दोनों बच्चों को आग पर रख दिया। जब तक वह उठते आग उन्हें अपने आगोश में ले चुकी थी। इसी दौरान दीपक ने भी खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली।
इसी दौरान सामने ईश्वर अस्पताल की तीसरी मंजिल पर पत्नी के साथ आए फौजी दलजीत की नजर उन पर पड़ी। दलजीत छत पर कूद गया और आग में झुलसे दोनों बच्चों और दीपक को बचाने के प्रयास शुरू कर दिए।
मरीजों में मचा हड़कंप, समझा अस्पताल में लगी आग
आग लगने से झुलस रहा दीपक चिल्ला रहा था। ईश्वर अस्पताल के मरीजों को लगा कि अस्पताल में आग लग गई है। मरीज अस्पताल से बाहर आए। शहजादपुर के पटवी से आए फौजी दलजीत ¨सह छत पर पहुंच चुका था। वहां पर दीपक की पत्नी आशु भी मौजूद थी। इसके अलावा दोनों बच्चे दीपक सहित आग में झुलसे हुए थे। दलजीत ने ही मौके पर पुलिस कंट्रोल में सूचना देकर एंबुलेंस बुलाई और तीनों को पुलिस की मदद से एंबुलेंस में डालकर अस्पताल भिजवाया।