मील का पत्थर साबित होगी खादी उत्सव में उद्यमियों की योजनाएं
भारत सरकार खादी के उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रकार की ग्रामोद्योग स्कीम चल रही है। खादी का चलन देश में कोई नया नहीं है आज भी लोग खादी की बनी वस्तुओं को प्रयोग करते हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला: भारत सरकार खादी के उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रकार की ग्रामोद्योग स्कीम चल रही है। खादी का चलन देश में कोई नया नहीं है, आज भी लोग खादी की बनी वस्तुओं को प्रयोग करते हैं। खादी की वस्तुएं आज भी अपनी गुणवत्ता के साथ शुद्धता को कायम रखा है। यही वजह है कि मध्यमवर्गी से लेकर उच्चस्तरीय परिवार के लोग खादी से बनी वस्तुओं को अपने घर से लेकर कार्य स्थल पर प्रयोग कर रहे हैं। यह आज खादी की शुद्धता बरकरार रहने की वजह से है। यह बातें मंगलवार को खादी व ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार उत्तरी क्षेत्र के सदस्य बसंत कुमार ने अमृत महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि कही। छावनी के बीपीएस प्लेनेटेरियम में चल रहे खादी उत्सव समारोह के समापन अवसर पर पहुंचे बसंत कुमार और निदेशक आई जवाहर ने लगाए गए स्टाल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान खादी उत्सव के रूप में सजाए गए ग्रामोद्योग की इकाईयों स्टाल को देखा और उत्पादों की प्रशंसा की। खादी उत्सव में उपस्थित उद्यमियों ने योजना का लाभ लेकर एक मील का पत्थर साबित किया है। खादी उत्सव के समापन अवसर पर
आई. जवाहर ने खादी महोत्सव की उपलब्धियां को विस्तार से बताया और 9 दिनों तक चले खादी महोत्सव में स्टालों से हुई बिक्री और प्रोडेक्ट की जानकारी दी। कहा कि प्रदर्शनी के दौरान उपस्थित उद्यमियों ने अपने उत्पादों की गुणवता व शुद्वता से अंबाला वासियों को बार-बार आकर उन के उत्पादों को खरीद कर उनका हौसला बढाया। खादी उत्सव में खादी की ग्रामोद्योग की स्टाल लगाए गए थे। इस दौरान मदन लाल शर्मा, राजेश सिगला, कृष्ण कुमार शर्मा, सरविन सिंह तरार, बिरेन्द्र उनियाल, अजय राठौड, अनुराधा चौहान, गिरीश अरोड़ा, अमित चोपड़ा, रितु, पूजा, निशा, ज्योति सहित अन्य उपस्थित रहे।