बुनियाद के जरिये शिक्षा विभाग संवारेगा बच्चों का भविष्य, अंबाला में बने दो सेंटर
प्रदेश के 51 बुनियाद सेंटर राजकीय स्कूल में पढ़ने वाले बचों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जहां तैयार करेंगे वहीं बचों में वैज्ञानिक ²ष्टिकोण भी भी विकसित करेंगे।
जागरण संवाददाता, अंबाला: प्रदेश के 51 बुनियाद सेंटर राजकीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जहां तैयार करेंगे, वहीं बच्चों में वैज्ञानिक ²ष्टिकोण भी भी विकसित करेंगे। इसके लिए विभाग बुनियाद योजना के तहत नेशनल टेलेंट सर्च एग्जामिनेशन (एनटीएसई) और किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई) लेकर आया है। जिला अंबाला में अंबाला शहर पुलिस लाइन स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय और नारायणगढ़ का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक माडल संस्कृति स्कूल को बतौर बुनियाद सेंटर के लिए चुना गया है। यह योजना दो चरणों में शुरू की जाएगी।
प्रतियोगी परीक्षाओं की करवाएंगे तैयारी
इस योजना के तहत नौंवी कक्षा से आगे की कक्षाओं के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार किया जाएगा। पहले चरण में प्रत्येक जिले से करीब दो सौ बच्चों को आनलाइन कोचिग दी जाएगी। इसके लिए तीन जुलाई से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा, जो 18 जुलाई तक चलेगाी प्रदेश भर के करीब तीन हजार बच्चे सभी जिलों के 51 बुनियाद सेंटर में कोचिग लेंगे। इन का चयन बाद में परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा। पहले चरण में मेरिट में रहने वाले चार सौ विद्यार्थियों को दूसरे चर में एनटीएसई की तैयारी करवाई जाएगी। इसके अलावा जो दूसरे बच्चे रहेंगे, उनको जेईई और नीट की तैयारी करवाई जाएगी।
शिक्षा विभाग करेगा खर्च वहन
इन योजनाओं के तहत जिन बच्चों का चयन किया जाएगा, उनको शिक्षा विभाग सुविधाएं देगा। कोचिग लेने वाले बच्चों को ड्रेस, किताबें, टैबलेट, बैग परिवहन सुविधा शिक्षा विभाग द्वारा ही दी जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा सारी व्यवस्थाएं दी जाएंगी। बुनियाद योजना के तहत जिला में दो सेंटर बनाए गए हैं। इस में बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां करवाई जाएंगी। यह योजना बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।
- सुधीर कालड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी अंबाला