गोबर से मिलेगी निजात, 22 लाख की लागत से बालापुर में लगेगा पहला बायोगैस प्लांट: शक्ति ¨सह
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर गांव में जगह-जगह बिखरे पड़े गोबर से जल्द ही जिले के सभी गां
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर
गांव में जगह-जगह बिखरे पड़े गोबर से जल्द ही जिले के सभी गांव को न केवल निजात मिलेगी, बल्कि इससे गैस और बिजली की समस्या भी पूरी तरह से खत्म कर दी जाएगी। अंबाला शहर के बालापुर गांव से इसकी शुरुआत जल्द होने जा रही है। इसका पूरा खाका एडीसी शक्ति ¨सह ने तैयार करवा लिया है। इसे जल्द ही शुरू करने की योजना भी बना ली गई है। इसी साल कभी भी इसकी शुरुआत की जा सकती है। दैनिक जागरण संवाददाता उमेश भार्गव को साप्ताहिक साक्षात्कार के तहत एडीसी कैप्टन शक्ति ¨सह ने यह बात कही। शक्ति ¨सह ने विभिन्न मामलों को लेकर दैनिक जागरण संवाददाता के सीधे सवालों का जवाब कुछ इस तरह से दिया:-
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कैप्टन शक्ति ¨सह का परिचय :-
शक्ति ¨सह का जन्म वर्ष 1968 में चरखी दादरी में हुआ था। उनके पति श्रीलाल एडवोकेट थे। शक्ति ¨सह ने 10वीं की पढ़ाई हाई स्कूल गोहना से की। इसके बाद बीएससी रोहतक यूनिवर्सिटी कालेज और एमए पॉलटिकल साइंस भी इसी यूनिवर्सिटी से की। 1989 में सेना में सेकेंड लेफ्टिनेंट भर्ती हुए। 1995 में सेवानिवृत्ति के बाद एमडीयू से एलएलबी और इग्नू ने डिप्लोमा इन एचआर मैनेजमेंट एंड मैटीरियल मैनेजमेंट में किया। 1999 में चकबंदी विभाग में सहायक निदेशक के पद पर नियुक्त हुए। तब से लेकर आज एसडीएम पानीपत, अंबाला, हुडा एस्टेट आफिसर करनाल, एमडी शुगर मील कैथल, शाहाबाद, पानीपत और महम में रहे। नगर निगम आयुक्त अंबाला, कमिश्नर आरटीए, एडीसी कैथल रह चुके हैं। इनके कार्यकाल में ही शाहाबाद और कैथल शुगर मील को अवार्ड भी मिल चुका है। इसके अलावा समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट के समय पानीपत में बेहतरीन व्यवस्था कायम करने के लिए सरकार इनकी पीठ भी थपथपा चुकी है। प्रश्न:- सर, सीएम की करीब 105 घोषणाएं कब तक शुरू होंगी और क्यों अटकी हैं?
उत्तर : देखिए, सीएम की जो 105 घोषणाएं अभी शुरू नहीं हुई हैं उनमें से चंद को छोड़ दिया जाए तो सभी चार-पांच महीने पहली की घोषणाएं हैं। सीएम की ज्यादातर पुरानी घोषणाएं पूरी होने वाली हैं। कुछ बड़ी घोषणाएं जो अभी तक किन्हीं कारणों से शुरू नहीं हो सकी थी। उन्हें जल्द ही धरातल पर उतरा जाएगा। यह हमारी प्राथमिकता में शामिल है। एक माह के भीतर ज्यादातर घोषणाएं जमीन स्तर पर दिखाई देंगी। प्रश्न: सर, ग्रामीण स्वच्छता अभियान को लेकर क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
उत्तर : हमारा पूरा ग्रामीण एरिया ओडीएफ घोषित हो चुका है। इसीलिए इसे ओडीएफ बनाए रखना हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। इसको लेकर हमारी टीमें निरंतर प्रयास भी कर रही हैं। इसके अलावा स्वच्छता अभियान पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है। प्रश्न: सर, गांव में जगह-जगह गोबर बिखरा हुआ मिलता है। इसकी आज तक कोई व्यवस्था प्रशासन नहीं कर पाया?
उत्तर : ऐसा कहना सही नहीं है, यह मेरा भी ड्रीम प्रोजेक्ट है। अंबाला शहर के गांव बालापुर में जल्द ही पहला सामुदायिक गोबर गैस प्लांट लगने जा रहा है?
प्रश्न: क्या इस प्लांट को चलाने के लिए गोबर 50 पैसे प्रति किलो की दर से खरीदा जाएगा?
उत्तर: अभी इस पर विचार किया जा रहा है। किसानों को गोबर के बदले में खाद्य दी जाएगी या फिर पैसे। यह भी हो सकता है कि इससे मिलने वाली गैस या बिजली में ही इसे अडजेस्ट किया जाए। यह वहां की पंचायत ही तय करेंगी।
प्रश्न: महिलाओं को सक्षम करने पर सरकार जोर दे रही है, क्या जिले में भी ऐसी कोई योजना चलाई गई है?
उत्तर: निश्चित तौर पर हम ऐसा कर रहे हैं। कई महिलाओं को सेल्फ हेल्प ग्रुपों के तहत हम सेनेटरी पेड बनाने की ट्रे¨नग दिला चुके हैं। जल्द ही इनके द्वारा तैयार पेड अंबाला में बेहद सस्ते दामों पर उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे न केवल यह महिलाएं सक्षम बनेंगी बल्कि इनका इस्तेमाल करने वाली महिलाएं भी स्वस्थ रहेंगी। हमारी आवश्यकता से ज्यादा सेनेटरी पेड होने पर किसी कंपनी के साथ भी इनका टाईअप कराया जा सकता है।