अंबाला में कोरोना संक्रमितों की दोगुना होने की दर 175 दिन पहुंची
कोरोना संक्रमित मरीजों के दो गुना होने की दर 175 दिन पहुंच गई है। मई में कोरोना संक्रमित मरीजों की दो गुना होने की दर 37 दिन पहुंच गई थी।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : कोरोना संक्रमित मरीजों के दो गुना होने की दर 175 दिन पहुंच गई है। मई में कोरोना संक्रमित मरीजों की दो गुना होने की दर 37 दिन पहुंच गई थी। अब कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ कम होने से डबलिग रेट में सुधार होने लगा है, जबकि जनवरी में कोरोना संक्रमित मरीजों के दो गुना होने की दर 500 दिन रही थी। इस दौरान एक दिन में 10 से 15 कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे थे।
अंबाला में कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ गिरने लगा है। मई के अंत में रोजाना करीब 50 से 60 कोरोना संक्रमित मिल रहे थे। जिले में 600 सक्रिय मरीजों को इलाज के लिए आइसोलेट किया है। जनवरी व फरवरी में एक महीने में 190 से 200 कोरोना संक्रमित मिल रहे थे। इस दौरान संक्रमित मरीजों की दोगुना होने की दर 500 तक पहुंच गई थी। अप्रैल और मई में कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ा था। इस दौरान एक दिन में 500 से 600 कोरोना संक्रमित मिल रहे थे। ऐसे में डबलिग रेट 37 फीसद तक पहुंच गया था। अब कोरोना संक्रमित मरीजों का धीरे-धीरे कम होने लगा है। इससे हालत में सुधार होने लगा है। इससे कोरोना संक्रमित मरीजों की दो गुना होने की दर 175 दिन पहुंच गई है। जिले के मुलाना मेडिकल कालेज, सिटी सिविल अस्पताल, छावनी अस्पताल, हीलिग टच, मिशन अस्पताल आदि में आक्सीजन सपोर्ट बेड भी खाली होने लगे हैं। इस संबंध में एएसएमओ डा. सुखप्रीत ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ गिरने लगा है। इस वजह से कोरोना संक्रमित मरीजों का दो गुना होने की दर 175 दिन पहुंच गई है। --------------------
संक्रमित मरीजों के लिए 1057 बेड की सुविधा
अंबाला में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 1057 बेड की सुविधा है। इसमें 739 आक्सीजन बेड, 68 वेंटिलेटर बेड और 92 बाइपेप सपोर्ट कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए लगे हैं। अप्रैल और मई में कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ बढ़ने से वेंटिलेटर और आक्सीजन बेड का भी संकट होने लगा था।