कोरोना काल : नारायणगढ़ अस्पताल में डाक्टरों का टोटा, योजनाएं भी कागजों तक सिमटीं
कोरोना काल में जहां व्यवस्थाएं बनाने में अधिकारी जुटे हैं।
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : कोरोना काल में जहां व्यवस्थाएं बनाने में अधिकारी जुटे हैं, वहीं मिनी पीजीआइ के नाम से विख्यात नागरिक अस्पताल नारायणगढ़ में चिकित्सकों की कमी है। यहां पर डाक्टरों के 43 पद स्वीकृत हैं, जबकि महज तेरह डाक्टर ही तैनात हैं। इसके अलावा अस्पताल में 24 नर्सें ड्यूटी दे रही हैं। हालात यह हैं कि इस अस्पताल में बेड संख्या 100 करने की योजना तो बनाई गई, लेकिन यह मामला कागजों से ही बाहर नहीं आ पाया। इन दिनों कोरोना के समय में डाक्टरों की कमी झेली जा रही है। हालांकि अस्पताल में 30 बेड हैं, जबकि 25 ऑक्सीजन पर आधारित हैं। इसके अलावा अस्पताल में डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आग्रेनाइजेशन (डीआरडीओ) द्वारा ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया जाना है।
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यह है स्थिति
नागरिक अस्पताल नारायणगढ़ 50 बेड का है, जबकि यहां पर डाक्टरों के 43 पद स्वीकृत हैं। मौजूदा स्थिति में 13 डाक्टर काम कर रहे हैं, जबकि 24 स्टाफ नर्स हैं। अस्पताल में 11 डाक्टर डेपुटेशन पर व एक डाक्टर अवकाश पर हैं। दो साल पहले अस्पताल को सौ बेड करने की घोषणा हुई थी। इसके बाद यहां पर कई पेड़ों को कटवाया गया, लेकिन इस पर काम ही नहीं शुरु हो पाया। हालात यह हैं कि अस्पताल परिसर की सड़कें तक खस्ताहाल हैं।
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पत्र भेजा गया है
100 बेड के अस्पताल के लिये पत्र पीडब्ल्यूडी को भेज रखा है। पेड़ तो काटे गए थे, लेकिन काम अभी तक नहीं लगा। यहां तक मुख्य गेट से लेकर परिसर की सड़क काफी समय से टूटी पड़ी है। कई बार पत्र लिखकर भेजे जा चुके हैं, जबकि दिक्कतें तो आ रही हैं।
- डा. संजीव संधू, एसएमओ, नागरिक अस्पताल नारायणगढ़
---------- बड़ागढ़ में बनेगा कोविड केयर सेंटर
सीएचसी शहजादपुर के एसएमओ डा. तरुण प्रसाद ने बताया कि राजकीय महिला कालेज गांव बड़ागढ़ में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। वहां पर हर मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हैं। पतरेहड़ी, धनाना, कुराली, अंबली, कालाअंब सहित 6 पीएचसी हैं, जहां दो डॉक्टर की पोस्ट हैं। यहां से डाक्टर अंबाला बुला लिए गए हैं। सीएचसी शहजादपुर में 7 डॉक्टरों की पोस्ट है और इस समय 4 डाक्टर काम कर रहे हैं, जबकि एक अवकाश पर हैं।