पुलिस की कार्यशैली से खफा होकर सड़क पर उतरे ईसाई धर्म के लोग
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : धर्मांतरण के मामले में बिना किसी आधार के पुलिस द्वारा केस
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : धर्मांतरण के मामले में बिना किसी आधार के पुलिस द्वारा केस दर्ज करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में प्रदीप मसीह के समर्थन में देशभर की पादरी एसोसिएशन उतर आई हैं। देशभर से पहुंचे पादरी एसो. के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को पहले करुणा हाउस आफ प्रेयर में पत्रकारवार्ता की इसके बाद एसपी कार्यालय में ज्ञापन दिया। इससे पहले ईसाई धर्म के अनुयायियों ने सड़कों पर उतरकर रोष मार्च भी निकाला।
एसपी को दिए ज्ञापन में प्रदीप मसीह ने कहा कि एक परिवार ने झूठा शपथ दिया और बाहर से आए शिव सेना के सदस्यों ने नेशनल हाइवे जाम कर पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाया। शपथ पत्र में उनकी पुत्र वधु का नाम नहंी था, लेकिन जब मामला दर्ज किया गया तो पुत्र वधु का नाम भी डाल दिया गया। इस दौरान जिला पादरी एसोसिएशन के प्रधान पादरी जेपी, संतोख माजरा से पास्टर राजेश पॉल, पंचकूला से प्रधान अजय दास, दिल्ली से संजीव मैथ्यू, यूपी से पादरी लारेंट, दिल्ली से दीपक सैमुअल, लखनऊ से अनूप बिष्ठ, क्रिश्चन मूवमेंट से संजीव चौधरी सहित काफी संख्या में पादरी मौजूद रहे। एसपी अभिषेक जोरवाल ने इस मामले की जांच एसीपी को सौंप दी है।
झूठी शिकायत वालों पर भी दर्ज हो मामला
एसपी को दी शिकायत में देशभर के पादरी एसो. के प्रतिनिधियों ने मांग करते हुए झूठी शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों पर भी केस दर्ज करने की मांग की। जब शपथ पत्र में दिन लोगों के नाम दिए गए तो पुलिस की एफआइआर में चौथे सदस्य का नाम कैसे आया? इस मामले की जांच की गुहार भी लगाई गई। साथ ही प्रदीप मसीह सहित अन्य के खिलाफ दर्ज मामले को रद करने की गुहार भी लगाई गई। प्रदीप गुलाटी ने बताया कि जिस विजय भगत ने कहा कि उन्हें ईसाई बनाना गया है वह मेरे पास नौकरी करते थे। मेरे के खिलाफ साजिश रची गई है और उसके बाद से उसका परिवार डिप्रेशन में है।