चालान भरने के बावजूद पोर्टल पर अपडेट नहीं हुई फीस, दाखिले से वंचित रह गए छात्र
पहली मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद कॉलेजों में दाखिले के लिए मारामारी चल रही है। ऑनलाइन प्रक्रिया से विद्यार्थियों के लिए दाखिला लेना परेशानी बन चुका है। जो परिजन ऑनलाइन पेमेंट का इस्तेमाल ना कर बैंक के जरिए चालान भर रहे हैं पहले तो उन्हें बैंकों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। चालान भरने के बावजूद कॉलेज में पहुंचते हैं तो उनकी दाखिला फीस पोर्टल पर ही फीस भरी हुई दिखा रहा। आखिर में मजबूरन उन्होंने कॉलेज से दाखिले के दस्तावेज जमा कराए बिना ही वापस लौटना पड़ा। जबकि ऑनलाइन अपने अकाउंट से पेमेंट करने वाले विद्यार्थियों को राहत है। वहीं पोर्टल पर जिन विद्यार्थियों की दाखिला फीस भरी हुई दिखा रहा है उनके दस्तावेज जमा हुए। कॉलेज स्टाफ द्वारा पूरी जांच के बाद उन्हें जमा किया गया।
चालान भरने के बावजूद पोर्टल पर अपडेट नहीं हुई फीस, दाखिले से वंचित रह गए छात्र
जागरण संवाददाता, अंबाला : पहली मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद कॉलेजों में दाखिले के लिए मारामारी चल रही है। ऑनलाइन प्रक्रिया से विद्यार्थियों के लिए दाखिला लेना परेशानी बन चुका है। जो परिजन ऑनलाइन पेमेंट का इस्तेमाल ना कर बैंक के जरिए चालान भर रहे हैं पहले तो उन्हें बैंकों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। चालान भरने के बावजूद कॉलेज में पहुंचते हैं तो उनकी दाखिला फीस पोर्टल पर ही फीस भरी हुई दिखा रहा। आखिर में मजबूरन उन्होंने कॉलेज से दाखिले के दस्तावेज जमा कराए बिना ही वापस लौटना पड़ा। जबकि ऑनलाइन अपने अकाउंट से पेमेंट करने वाले विद्यार्थियों को राहत है। वहीं, पोर्टल पर जिन विद्यार्थियों की दाखिला फीस भरी हुई दिखा रहा है उनके दस्तावेज जमा हुए। कॉलेज स्टाफ द्वारा पूरी जांच के बाद उन्हें जमा किया गया।
कम से कम पोर्टल को फीस दिखाए
शाहाबाद के तंगौर निवासी विजय कुमार ने बताया कि फीस भरने के बाद भी पोर्टल पर शो नहीं हो रही। सुबह दो घंटे से फीस अपडेट होने के इंतजार में बैठे हैं। ताकि शाहाबाद से उन्हें बार-बार चक्कर ना काटने पड़े और वह दाखिला संबंधी दस्तावेज जमा करा सके।
चालान भरने पर भी नहीं जमा हुई फीस
टुंडला निवासी प्रीति का कहना है कि ऑनलाइन चालान निकलवाने के बाद पहले तो बैंक में धक्के खाए। अगले दिन कॉलेज पहुंची तो पता चला कि पोर्टल पर फीस ही अपडेट नहीं दिखा रहा है। स्टाफ का कहना है कि जब तक फीस अपडेट नहीं होगी वह दस्तावेज नहीं जमा करेंगे।
78.8 फीसद अंक पर लिस्ट में नहीं आया नाम
महेश नगर निवासी चंदन सिंह का कहना था कि 78.8 फीसद अंक लेने के बावजूद लिस्ट में नाम ही नहीं आया। जबकि 65 फीसद वाले बच्चों तक का नाम लिस्ट में आ चुका है। ऑनलाइन आवेदन करते समय गवर्नमेंट कॉलेज छावनी को ही प्राथमिकता पर रखा था।