बोर्ड परीक्षाओं से पहले विभाग की बढ़ी टेंशन, परीक्षा तैयारी की होगी मॉनीटरिग
हरियाणा शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं से पहले विभाग की टेंशन बढ़ गई है। परीक्षाओं के लिए चल रही तैयारी की मॉनीटरिग की जाएगी। बोर्ड के पुराने प्रश्नपत्रों पर भी फोकस किया जा रहा है। सबसे खास यह है कि सिर्फ समझाकर नहीं बल्कि लिखवाकर।
जागरण संवाददाता, अंबाला : हरियाणा शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं से पहले विभाग की टेंशन बढ़ गई है। परीक्षाओं के लिए चल रही तैयारी की मॉनीटरिग की जाएगी। बोर्ड के पुराने प्रश्नपत्रों पर भी फोकस किया जा रहा है। सबसे खास यह है कि सिर्फ समझाकर नहीं, बल्कि लिखवाकर। जिले में सीनियर सेकेंडरी और हाई स्कूलों की संख्या 154 है, जबकि इन में हजारों की संख्या में विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। फोकस 10वीं और 12हवीं के विद्यार्थियों को लेकर है। उल्लेखनीय है कि बोर्ड परीक्षाओं में मार्च के परिणाम 57, जबकि 12वीं का परीक्षा परिणाम 64 प्रतिशत रहा था। इस बार यह प्रतिशत आगे बढ़ाने की कोशिशों में शिक्षा विभाग जुटा हुआ है।
इस तरह से चल रही तैयारी
सरकारी स्कूलों में इन दिनों बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी की आहट हो चुकी है। जल्द ही सर्दी का अवकाश घोषित हो जाएगा, जबकि इसके बाद बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी और तेज होंगी। जिले में सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की संख्या जहां 94 है, वहीं हाई स्कूलों की संख्या 61 है। दोनों ही स्कूलों 10वीं और 12वीं में बोर्ड परीक्षाएं होनी हैं। विभाग का फोकस इन कक्षाओं के बच्चों को बोर्ड के पुराने प्रश्नपत्रों के आधार पर तैयारी कराई जा रही है। साथ ही अध्यापक मौजूदा सिलेबस में अपने स्तर पर भी तैयारी करा रहे हैं।
लेखन पर ज्यादा फोकस
परीक्षाओं को लेकर जो समस्या अधिकतर विद्यार्थियों के सामने आ रही है कि प्रश्नपत्र पूरा नहीं कर पाते। ऐसे में विद्यार्थियों को यह तैयारी लिखित रूप से स्कूल में तो कराई जा रही है, जबकि होमवर्क में भी ज्यादा लेखन पर ही फोकस किया जा रहा है। इसका मकसद परीक्षा के दौरान समय सीमा में सारा प्रश्नपत्र करने का है।
एक्स्ट्रा कक्षाएं भी लगेंगे
इसके तहत कमजोर विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाने की भी तैयारी है। इन बच्चों को स्कूल समय के अतिरिक्त पढ़ाया जाएगा, ताकि उनको परीक्षा की तैयारी ठीक से करवाई जा सके। मॉनीटरिग भी की जाएगी : कालड़ा
शिक्षा विभाग में डिप्टी डीईओ सुधीर कालड़ा का कहना है कि परीक्षा परिणाम बेहतर हो, इसके लिए तैयारी में लेखन पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इन तैयारियों की मॉनीटरिग भी होगी। यदि बच्चा शिक्षा में कमजोर है, तो उसके लिए एक्स्ट्रा क्लास भी लगाई जा सकती है।