Move to Jagran APP

आवास की मरम्मत का मामला : कैंटोनमेंट की दखलअंदाजी पर रक्षा मंत्रालय का ब्रेक

कैट क्षेत्र में लोग अब बिना अनुमति के मकानों में छज्जा टॉयलेट प्लास्टर के अलावा और भी मरम्मत कार्य करा सकेंगे। इसके लिए अब कैंटोनमेंट से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 07:48 AM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 07:48 AM (IST)
आवास की मरम्मत का मामला : कैंटोनमेंट की दखलअंदाजी पर रक्षा मंत्रालय का ब्रेक
आवास की मरम्मत का मामला : कैंटोनमेंट की दखलअंदाजी पर रक्षा मंत्रालय का ब्रेक

जागरण संवाददाता अंबाला: कैंटोनमेंट की मनमानी पर अब रक्षा मंत्रालय ने शिकंजा कस दिया है। अभी तक कैंटोनमेंट की ओर से भवनों के मरम्मत कार्य पर सख्ती की जा रही थी। बिना अनुमति के रिपेयरिग कार्य करना लोगों के लिए चुनौती भरा था। लेकिन अब लोगों को रक्षा मंत्रालय ने राहत दे दी है। अब बिना अनुमति के मकानों में छज्जा, टॉयलेट, प्लास्टर के अलावा और भी मरम्मत कार्य करा सकते हैं। इसके लिए अब कैंटोनमेंट से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी।

loksabha election banner

मकानों में निर्माण कार्य को लेकर पिछले दस दिनों में कैंटोनमेंट बोर्ड के पास करीब 20 शिकायतें भी आ चुकी हैं। जो रिपेयरिग कार्य कराना चाहते थे, लेकिन उनको कैंटोनमेंट बोर्ड से अनुमति नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में लोग कैंटोनमेंट बोर्ड के चक्कर लगाकर भी थक चुके थे। लेकिन अब इन सभी लोगों के लिए बड़ी राहत मिली है। एक ईंट लगाने के लिए भी लेनी होती थी परमिशन

कैंटोनमेंट क्षेत्र में लोगों को मकान के अंदर एक ईंट लगाने के लिए भी लोगों को कैंटोनमेंट बोर्ड की परमिशन लेनी बहुत जरूरी थी। अगर कोई बिना परमिशन के मरम्मत कार्य कर लेता तो उस पर अधिकारी सख्त कर देते थे। उसके यहां पहुंचकर निर्माण कार्य बंद करवा दिया जाता था। साथ ही अग्रिम कार्रवाई की चेतावनी भी दी जाती थी। रक्षा मंत्रालय से राहत मिली तो लोगों में खुशी

कैंटोनमेंट बोर्ड को रक्षा मंत्रालय से मकानों में रिपेयरिग करने की बड़ी राहत मिली है। इसको लेकर लोगों में खुशी है। जिन मकानों में कई सालों से काम अटका हुआ है। वह अब आसानी से मकानों में रिपेयरिग का काम पूरा कर सकते है। रक्षा मंत्रालय से गाइडलाइन मिल गई है। मकानों में मरम्मत कार्य करने के लिए परमिशन नहीं लेनी होगी। लेकिन नक्शा के बिना मकान का निर्माण नहीं हो सकेगा।

- सतीश कुमार, असिस्टेंट इंजीनियर कैंटोनमेंट बोर्ड


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.