गठरी में बांध ट्रेन से बिहार ले जा रहे थे शव, अंबाला स्टेशन पर उतरवाया
बीमारी के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह शव को अंत्येष्टि के लिए गठरी में बांधकर ट्रेन से बिहार ले जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें अंबाला में ही उतार दिया।
अंबाला [हरीश कोचर]। एक व्यक्ति का शव गठरी में बांधकर बिहार ले जाया जा रहा था। इसके लिए न तो कोई बुकिंग कराई गई, न ही रेलवे को सूचना दी गई। अंबाला में पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मृत युवक कुलदीप रविदास कटिहार जिले के कुरसेला थाना क्षेत्र के शाहपुर धरमी, अयोध्यागंज बाजार के गांव कटरिया का रहने वाला था। वह लंबे समय से पत्नी के साथ चंडीगढ़ में किराये के मकान में रहता था। अन्य रिश्तेदार पंचकूला के रायपुररानी क्षेत्र व अन्य गांवों में रहते थे।
एक दिन पूर्व कुलदीप की बीमारी के कारण मौत हो गई। परिजन उसका शव कटिहार स्थित पैतृक गांव ले जाना चाहते थे। उन्होंने शव को गठरी में बांध लिया और उसे चंडीगढ़ से किसी निजी वाहन में पंजाब के सरहिंद रेलवे स्टेशन पर लेकर पहुंचे। वहां अमृतसर से कटिहार जाने वाली आम्रपाली एक्सप्रेस में सबसे पीछे गार्ड वाले कोच के बिल्कुल सटे दिव्यागों वाले कोच में शव वाली गठरी रख दी। भीड़ अधिक होने के कारण अन्य यात्रियों को इस बारे में पता नहीं चला लेकिन गार्ड को पता चल गया। उसने तुरंत कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दे दी।
स्टेशन पर उतारा गया शव
करीब 12:05 पर ट्रेन अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-छह पर पहुंची तो जीआरपी-आरपीएफ व अन्य कई रेलकर्मी पहुंचे हुए थे। पुलिस ने पहले तो मृतक की पत्नी से बातचीत की और पूरा मामला जाना। इसके बाद कपड़ों में लपेटकर रखे गए शव को प्लेटफार्म पर ही उतारा गया। परिजनों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय थी। ऐसे में जीआरपी ने पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया। साथ ही उन्हें शाहाबाद स्थित निजी संस्था के पास भेज दिया जो निश्शुल्क संस्कार कराती है।
जांच अधिकारी अमरनाथ पांडे का कहना है कि सूचना मिली थी कि ट्रेन में किसी व्यक्ति का शव ले जाया जा रहा है, इसलिए आम्रपाली ट्रेन से करीब 45 साल के व्यक्ति का शव उतारा गया था। बीमारी के कारण मौत हो चुकी थी, इसलिए इत्तेफाकिया हादसे की कार्रवाई कर पोस्टमार्टम कराया गया है।