विज की नाराजगी दूर करने के लिए डीसी ने की एप लांच, प्ले स्टोर पर जनता करती रही माथापच्ची
जिला को स्वच्छ बनाने के लिए बुधवार को डीसी अशोक कुमार ने क्लीन अंबाला एप लांच की लेकिन बृहस्पतिवार को ही आधी अधूरी तैयारियों की पोल खुल गई।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर
नगर शहरी निकाय मंत्री पद की शपथ लेने के बाद अनिल विज ने डीसी की मौजूदगी में सभी अधिकारियों को सफाई व्यवस्था को लेकर अपनी असंतुष्टि जाहिर कर दी थी। कह दिया था कि जो मेरे जिले में काम नहीं करना चाहता, वह अपना तबादला करवा लें और जिला छोड़कर चले जाएं। विज की नाराजगी दूर करने के लिए जिला को स्वच्छ बनाने के लिए बुधवार को डीसी अशोक कुमार ने क्लीन अंबाला एप लांच की, लेकिन बृहस्पतिवार को ही आधी अधूरी तैयारियों की पोल खुल गई।
गंदगी की फोटो क्लीन एप अंबाला में अपलोड करने की लोगों से अपील की, लेकिन बृहस्पतिवार को जब लोगों ने प्ले स्टोर पर इस एप को खोजा, वह नहीं मिला। लोग भी कहते रहे कि एप डाउनलोड नहीं हुई है और फोटो कैसे अपलोड होगी। गंदगी की फोटो कैसे अपलोड करें और कैसे यह साफ होगी, इसे समझा जा सकता है। इस बारे में डीसी अशोक कुमार से फोन पर बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने बताया कि वे कार्यक्रम हैं, बाद में बात करेंगे। यह दिखे हालात
अंबाला छावनी के बसंती माई मंदिर रोड पर गंदगी का बड़ा ढेर लगा हुआ है। यहां पर पॉलीथिन के ढेर लगे हुए हैं और इस में करीब बीस से पच्चीस गाय व सूअर मुंह मारते हुए दिखाई दिए। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह स्थिति रोजाना की है और कई बार तो गंदगी उठती तक नहीं है। इस बारे में मौखिक तौर पर तो कर्मचारियों को कहा गया, लेकिन इसके बावजूद यहां पर स्थिति बदहाल ही होती है। न तो कर्मचारी समय पर इस गंदगी को उठाते हैं, जबकि आसपास से भी गंदगी को यहां पर डाल दिया जाता है।
शहर के विकास विहार, अग्रसेन चौक के नजदीक, जग्गी कालोनी, बलदेव नगर, नाहन हाउस आदि में गंदगी की भरमार है। यहां पर भी गंदगी के ढेर लगे दिखाई देते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नियमित सफाई नहीं होती, जबकि कई बार तो शिकायत करने पर ही कुछ दिन ठीक रहता है, बाद में फिर वही स्थिति बन जाती है। एप पर फोटो डालने की कोशिश करते रहे
क्लीन अंबाला एप को जहां डाउनलोड करने की कोशिश की जाती रही, वहीं फोटो कैसे अपलोड होगी, इसको लेकर माथापच्ची करते रहे। पहले तो एप डाउनलोड नहीं हुआ, तो फोटो खींचकर कोशिश की गई। लेकिन हर तरफ से निराश होकर अग्रसेन चौक पर खड़े व्यक्ति ने हाथ खड़े कर दिए और कहा कि प्ले स्टोर पर तो एप ही नहीं मिल रहा। अब शुक्रवार को देखते हैं क्या होता है।