पुत्रवधू को जेल और रिकवरी के लिए प्रेमी को रिमांड पर लिया
चंडीगढ़ के रामदरबार निवासी सुषमा चौहान के हत्यारोपित पुत्रवधू रजनी और उसके प्रेमी टैक्सी चालक श्रवण को बलदेवनगर थाना पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जहां से रजनी को जेल और श्रवण को दो दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया गया।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : चंडीगढ़ के रामदरबार निवासी सुषमा चौहान के हत्यारोपित पुत्रवधू रजनी और उसके प्रेमी टैक्सी चालक श्रवण को बलदेवनगर थाना पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से रजनी को जेल और श्रवण को दो दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया गया। सुषमा की हत्या करने के बाद उसकी बाडी से चुराए गहने व कुछ पैसों की रिकवरी के लिए पुलिस आरोपित श्रवण को लेकर पंजाब गई है।
गौरतलब है 14 जुलाई को चंडीगढ़ के रामदरबार में रहने वाली सुषमा चौहान का शव जेल लैंड पुल के नीचे मिला था। जांच करने के बाद पुलिस को मृतका के पास से आधार कार्ड बरामद हुआ था, जिसके बाद उसकी शिनाख्त हुई थी। पोस्टमार्टम के दौरान मृतका की बुजुर्ग मां ने उसकी पुत्रवधू रजनी पर इस वारदात में शामिल होने का शक जाहिर किया था।
-------- प्रेम संबंधों के चलते की थी हत्या
पुलिस के मुताबिक श्रवण रोपड़ का रहने वाला है जो कि खरड़ में रजनी के पड़ोस में किराये के मकान में रहता था। इसी दौरान रजनी श्रवण से जान पहचान हुई। इसके बाद दोनों की बातचीत शुरू होते-होते प्रेम में बदल गई। दोनों में दस साल से संबंध थे। सुषमा का एक बेटा रामदरबार और दूसरा खरड़ में रहता है। सुषमा कभी-कभी खरड़ में रहने वाले बेटे अमित के पास मिलने के लिए चली जाती थी। अमित की पत्नी रजनी को सास सुषमा का उनके घर खटकता रहता था। इसके बाद रजनी ने श्रवण के साथ मिलकर उसे ठिकाने लगाने का प्लान बनाया था।
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बाडी से यह सामान गायब था
बता दें कि सुमित चौहान ने बताया था कि मां सुषमा के पास से कुछ सामान नहीं मिला। जबकि उसके पास मोबाइल भी था। इसके अलावा हैंड पर्स, अंगूठी, कोका भी नहीं मिला। एक दिन पहले बड़े भाई अमित से मां ने 2500 रुपये लिये थे। वारदात के बाद पुलिस को उसके पास सिर्फ आधार कार्ड, चश्मा, चाबी, डेबिट कार्ड ही मिला।