अंबाला में ऑल वेदर स्वीमिग पूल और फुटबाल स्टेडियम का निर्माण तेजी पर
नवंबर 2021 में हरियाणा में होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए अंबाला में तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके लिए जहां मॉनीटरिग तेज हो गई है वहीं निर्माण कार्य भी तेज कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : नवंबर 2021 में हरियाणा में होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए अंबाला में तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके लिए जहां मॉनीटरिग तेज हो गई है, वहीं निर्माण कार्य भी तेज कर दिया गया है। माना जा रहा है कि अंबाला चार गेम्स में मुकाबले हो सकते हैं। इसी को लेकर अब तैयारियों को अंतिम चरण में तेज कर लिया गया है। माना जा रहा है कि स्वीमिग पूल जहां आगामी माह में ग्राउंड लेवल को पूरा कर लिया जाएगा, वहीं फुटबाल स्टेडियम भी दो माह में पूरा कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने स्टेडियम का दौरा कर इसे जल्द ही पूरा करने के निर्देश दिए थे।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स को लेकर हालांकि शेड्यूल जारी नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि अंबाला में तैराकी, फुटबाल, बैडमिटन और जिमनास्टिक के मुकाबले हो सकते हैं। खास है कि अंबाला कैंट के वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम में जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का आल वेदर स्वीमिग पूल का निर्माण किया जा रहा है, वहीं फीफा से अप्रूव्ड अंतरराष्ट्रीय स्तर का पॉलीग्रास का फुटबॉल स्टेडियम बनाया जा रहा है। रियो ओलंपिक में जिस टर्फ का इस्तेमाल फुटबॉल मैचों के लिए किया गया था, वहीं टर्फ अंबाला में फुटबॉल मैदान के लिए इस्तेमाल की जाएगी। उल्लेखनीय है कि फुटबॉल मैदान पर 117 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं जबकि स्वीमिग पूल पर 33 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
-------------- साई की टीम कर चुकी है दौरा
अंबाला में खेल व्यवस्थाओं को जांचने के लिए दिल्ली से आई साई की टीम दौरा कर चुकी है। वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम में चल रहे निर्माण कार्य के अलावा जिमनास्टिक व बैडमिटन हॉल की रिपोर्ट बनाकर सौंप दी गई है। इसके बाद एक टीम ने अंबाला आकर खेल उपकरणों को जांचा। अब एक बार फिर से टीम अंबाला में इन निर्माण कार्याें को जांचने के लिए दौरा करेगी। इससे पहले यह सारे कार्य पूरे करने के निर्देश हैं।
-------------- आल वेदर स्वीमिग पूल और फुटबाल मैदान का निर्माण कार्य तेजी पर किया जा रहा है। इसकी मॉनीटरिग भी की जा रही है। जल्द ही यह कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
- एन सत्यन, डीएसओ अंबाला