संविधान करवाता है हमें मानवता व समानता का मूल्यबोध : कटारिया
अंबाला में वीरवार को संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जहां संविधान की शपथ ली गई वहीं इस में दिए गए कानूनी अधिकारों व कर्तव्यों की पालना का संकल्प भी लिया।
जागरण संवाददाता, अंबाला : अंबाला में वीरवार को संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जहां संविधान की शपथ ली गई, वहीं इस में दिए गए कानूनी अधिकारों व कर्तव्यों की पालना का संकल्प भी लिया। इन कार्यक्रमों में अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक शामिल रहे।
केंद्रीय जलशक्ति व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर द्वारा दिखाए और दर्शाए गए मानवता व समानता के मूल्यबोध का हम सब अपने व्यावहारिक जीवन में सदैव अनुसरण करते रहें। भारत में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर द्वारा दिखाए और दर्शाए गये सामाजिक और नैतिक मूल्यों से हमें सीख लेने की जरूरत है। उन्होंने डा. अंबेडकर के दिखाये मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
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सीटीएम ने पढ़ी संविधान की उदेशिका
अंबाला शहर : डीसी कार्यालय परिसर में वीरवार को संविधान दिवस मनाया गया। सीटीएम अशोक कुमार ने संविधान की उदेशिका पढ़ी। इस मौके पर विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहें। हम सब भारत के लोग एक व्यवस्था के तहत काम करते हैं। संविधान में समाहित प्रावधानों के अनुसार काम करना हम सबकी जिम्मेदारी है। संविधान की विशेषता यह है कि देश के सभी नागरिकों को बराबर का अधिकारी मिलें। संविधान के अनुसार कोई छोटा बड़ा नहीं हैं। भारतीय संविधान देश को सम्पूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के लिए अपने समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और समता का अवसर प्रदान करता हैं। भारतीय संविधान समता, न्याय व समरसता का प्रतीक है।
संविधान के आदर्श बनाए रखने का संकल्प लिया
नारायणगढ़ : एसडीएम डा. वैशाली शर्मा ने कहा कि हमारा संविधान नैतिक कर्तव्यों, मौलिक अधिकारों एवं अभिव्यक्ति की आजादी जैसे मूल अधिकारों को संजोए हुए है। संविधान दिवस पर एसडीएम कार्यालय परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें में एसडीएम डा. वैशाली शर्मा के नेतृत्व में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई और प्रस्तावना के आदर्शों को बनाएं रखने के लिए संकल्प लिया गया। इस अवसर पर संविधान निर्माता डा. भीमराव अंबेडकर को याद किया गया और विश्व के सबसे बड़े और व्यापक संविधान में सहयोग करने वाली सभी महान विभूतियों को याद किया। इस अवसर पर तहसीलदार दिनेश ढिल्लों, नायब तहसीलदार जतिद्र गिल, एआईपीआरओ मनोज वालिया आदि मौजूद रहे।