उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजन समाप्त
जागरण संवाददाता, अंबाला: लोक आस्था के महापर्व छठ के अंतिम दिन बुधवार को जिलेभर में घाटों पर छठ पूजा की गई।
जागरण संवाददाता, अंबाला: लोक आस्था के महापर्व छठ के अंतिम दिन बुधवार को जिलेभर में घाटों पर आस्था उमड़ी। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कृत्रिम घाटों के अंदर खड़े होकर अर्घ्य दान किया। घाटों पर सुबह-सुबह समूह में छठ गीत गाती महिलाओं का उत्साह देखने लायक था। महिलाएं गहरे पानी में उतरकर भगवान भास्कर के उदय होने के इंतजार में खड़ी रहीं। भगवान सूर्य के उदय होने के साथ ही महिलाओं ने अर्घ्य अर्पित किया। पूरे जिले में छठी मइया की धूम मची रही। इस दौरान महिलाओं द्वारा गाए जा रहे छठी मइया के गीतों से माहौल पूरी तरह से भक्तिमय रहा। महिलाओं ने पुत्र की रक्षा, उन्नति एवं सुख व शांति के लिए माताओं ने व्रत को पूरा किया। छठ घाट पर आलम यह था कि घाट पर खड़ा होने व बैठने के लिए स्थान का अभाव पड़ गया। कई घाटों पर तो देर से पहुंचने वाली व्रती महिलाओं को दूर ही डाला रखकर छठी मइया व भगवान सूर्य की आराधना करनी पड़ी। छावनी के रेलवे कॉलोनी, टांगरी नदी, बब्याल नदी के अंदर व अंबाला शहर के विभिन्न इलाकों में यह नजारा देखने को मिला।