छठ घाटों पर अर्घ्य देने उमड़ा आस्था का सैलाब
फोटो 34 से 37 तक -शनिवार सुबह 6 54 बजे उगते सूर्य को अर्घ्य देन के बाद छठ पर्व का होगा
फोटो : 34 से 37 तक
-शनिवार सुबह 6: 54 बजे उगते सूर्य को अर्घ्य देन के बाद छठ पर्व का होगा समापन जागरण संवाददाता, अंबाला : छठ घाटों पर अर्घ्य देने के लिए शुक्रवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को फल व पकवान लेकर अर्घ्य अर्पित किया। सुख समृद्धि की कामना की। शनिवार को सुबह 6:54 बजे उगते सूर्य को अर्घ्य देंगे। छठ घाटों पर इस बार रौनक थोड़ी कम दिखी।
घरों में सुबह से छठी मैया के गीत गूंजने लगे। व्रती छठ घाट व कुंडों पर सिर पर बांस की टोकरी में फल और पूजन सामाग्री लेकर नंगे पैर पहुंचे। सूर्य को अस्ताचल होते देख कर अर्घ्य देने के लिए उत्साहित रहे। शाम 5:26 बजे से पहले ही अर्घ्य देकर घरों के लिए रवाना हो गए।
अर्घ्य में ये सामान
बांस की टोकरी में शकरकंद, सुथनी, पान-सुपारी, हल्दी, मूली, अदरक, बड़ा वाला मीठा नींबू, शरीफा, केला और नाशपाती, पानी वाला नारियल, मिठाई, गुड़, गेहूं, चावल का आटा, ठकुआ, चावल, सिदूर, दीपक, शहद और धूप लेकर श्रद्धालु घाट पर पहुंचे। कुछ व्रती दंडवत प्रणाम करते हुए घाट पर गए।
सुबह के अर्घ्य का बड़ा महत्व
चौथे दिन सुबह के अघ्र्य के साथ छठ का समापन हो जाएगा। सप्तमी को सुबह सूर्योदय के समय भी सूर्यास्त वाली उपासना की प्रक्रिया को दोहराई जाएगी। इसके बाद विधिवत पूजा करके प्रसाद बांटा जाएगा। इस तरह छठ पर्व संपन्न हो जाएगा। घाट पर मेले जैसा दृश्य
शहर में वीरजी की कुटिया के सामने छठ पूजा समिति ने छठ घाट का निर्माण कराया है। यहां पर छठ पूजा करने के प्रबंध किए गए। रात के समय प्रकाश की व्यवस्था के जगह जगह लाइटें लगाई है। श्रद्धालुओं को घाट तक जाने के लिए नगर निगम अंबाला शहर की सफाई टीम ने साफ सफाई कराई। ----------------