मौसम बदलने से फ्लू ओपीडी में मरीजों का ग्राफ बढ़ा
जुकाम खांसी बुखार के आने वाले सभी मरीजों के नमूने लिए जाते है
जुकाम, खांसी, बुखार के आने वाले सभी मरीजों के नमूने लिए जाते है
फोटो 01
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर:
मौसम बदलने से फ्लू ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। यहां पर हर रोज करीब 130 मरीज पहुंच रहे हैं। जबकि पहले ओपीडी में केवल 80 से 90 मरीज आते थे। वहीं
जुकाम, खांसी, बुखार के आने वाले सभी मरीजों के नमूने लिए जाते हैं।
नागरिक अस्पताल में हर रोज इलाज के लिए करीब 1200 से 1300 मरीज आते हैं। यहां से मरीज इलाज के लिए ओपीडी में जाते हैं। मौसम बदलने से फ्लू ओपीडी में मरीजों का ग्राफ बढ़ने लगा है। फ्लू ओपीडी में आने वाले मरीजों के हाथों को सैनिटाइज कराया जाता है। फ्लू ओपीडी में पहले करीब 80 मरीज इलाज के लिए आते थे। अब ओपीडी में रोजाना करीब 130 मरीज तक पहुंच रहे हैं। मरीजों की सुविधा के लिए फ्लू ओपीडी अवकाश के दिन भी खुली रहती है। इस संबंध में चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील हरि ने बताया कि मौसम बदलने से फ्लू ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी हैं। मरीजों के लिए सुबह से शाम तक ओपीडी में मरीजों को देखा जाता है। गला खराब होने पर कोरोना के लक्षण नहीं
नागरिक अस्पताल की ईएनटी ओपीडी में हर रोज करीब 60 मरीज आते हैं। यहां पर आने वाले मरीजों की कोरोना संक्रमण की जांच भी कराई जाती है। चिकित्सकों के अनुसार गले में खरास होना कोरोना के लक्षण नहीं है। लेकिन बुखार के साथ गले में दर्द होने पर कोरोना संक्रमण की जांच करानी चाहिए। इस दौरान ईएनटी ओपीडी की डा. नेहा गोयल ने बताया कि गले में खरास होना कोरोना के लक्षण नहीं है। कोरोना संक्रमण के लक्षण
-बुखार, सांस लेने में तकलीफ
-स्वाद और गंध न आना
-शरीर में थकावट बनी रहना
-बुखार के साथ गले में दर्द रहना
-शरीर में दर्द होना
-जोड़ों में दर्द रहना
-गंध नहीं आना