अंधेरे में उतरवाई सीसीटीवी हार्ड डिस्क, मारपीट की शिकायत करते बाल बंदियों की वीडियो वायरल
बाल सुधार गृह में बाल बंदियों के साथ हुई मारपीट और बर्बरता के मामले में चौथे दिन भी 12 बाल बंदियों के एक्सरे पुलिस ने करवाए।
उमेश भार्गव, अंबाला शहर
बाल सुधार गृह में बाल बंदियों के साथ हुई मारपीट और बर्बरता के मामले में चौथे दिन भी 12 बाल बंदियों के एक्सरे पुलिस ने करवाए। सुबह करीब 9 बजे 12 बाल बंदियों को लेकर पुलिस जिला नागरिक अस्पताल में पहुंची। करीब एक घंटे तक उनके एक्सरे करवाए गए। हालांकि एक्सरे में अभी तक किसी भी बाल बंदी की हड्डी टूटी हुई नहीं पाई गई। लेकिन कुछ का भीतर से मांस फटना पाया गया है। वहीं मेडिकल रिपोर्ट में बाल बंदियों को लाठी से पीटने की पुष्टि हुई है और 14 से ज्यादा बाल बंदियों को चोटें लगने की पुष्टि भी हो गई है। शेष 16 बाल बंदियों को अस्पताल तक नहीं लाया गया। उन्हें बाल सुधार गृह में ही दर्द निवारक दवाएं दी जा रही हैं। वहीं अब इस मामले में जल्द ही बाल सुधार गृह के किसी अधिकारी पर गाज गिराने की तैयारियां कर ली गई हैं। बता दें कि फरवरी 2018 में सुपरीटेंडेंट भूपेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया था क्योंकि 9 बाल बंदी फरार हो गए थे। बड़ी बात यह है कि वह उन दिनों छुट्टी पर थे। इसके बाद यश कुमार पर इसी साल फरवरी में गाज गिरी। कहा गया कि वह अधिकारी का कहना नहीं मानते। अब मारपीट के मामले में कहा जा रहा है कि बाल सुधार गृह अधीक्षक ने ही पुलिस बुलाई थी और बाल बंदियों को कंट्रोल करने की जिम्मेदारी उन्हीं की थी। इसीलिए अब उनपर गाज गिर सकती है।
तीसरे दिन रात के अंधेरे में उतरवाई हार्ड डिस्क
बताया जा रहा है कि मामला तूल पकड़ने के तीसरे दिन सोमवार को महिला अधिकारी ने बाल सुधार गृह में रात करीब सवा नौ बजे पहुंचकर सीसीटीवी की हार्ड डिस्क को उतरवाया। इतना ही नहीं इसे सील करके सेशन जज के पास भेजने की बात भी कही जा रही है। वहीं दूसरी और सूत्र बताते हैं कि पहले ही सीसीटीवी फुटेज को डिलीट करवा दिया गया था ताकि अधिकारियों के कारनामे को छुपाया जा सके।
बाल बंदियों का वीडियो वायरल, बोले-महिला अधिकारियों ने पिटवाया
घटना के चौथे दिन बाल बंदियों का वह वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें बाल बंदी बोल रहे हैं कि उन्हें एक बार पिटवाया गया। इतना ही नहीं बाल बंदी इस वीडियो में बोल रहे हैं कि जिस समय उन्हें पीटा गया वहां दोनों महिला अधिकारी मौजूद थी। उन्होंने पुलिस को रोका नहीं बल्कि और ज्यादा पिटने के निर्देश दिए।
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वायरल वीडियो के अंश
- बाहर की फोर्स बुलाकर मारते पिटवा दिया जी। टांगों पर 50-60 डंडे मारे। दिन में भी और रात में भी जी। सुबह नाश्ते के लिए बोला के नाश्ता कर लो और बाहर ले जाकर रिकार्ड रूम में बहुत मारा जी डंडे। रात को भी बहुत मारा जी। खाना भी रात को साढ़े 11 बजे खाना दिया। शाम को छह बजे खाना देते हैं वो खाना साढ़े 11 बजे दिया। 25-30 बच्चों के साथ मारपीट हुई। वहां का स्टाफ है जो उन्होंने ही बाहर से स्टाफ बुलाकर मरवाए हैं जी। और एक.. मैडम और एक और मैडम हैं उनका नाम भूल गया जी मैं। वो भी साथ खड़े थे उन्होंने ही साथ मिलकर पिटवाया है जी, उन्होंने रोका नहीं बल्कि पिटवाया है जी। दो मैडम थी जी।
करनाल के बाल बंदी ने जैसा कि वीडियो में बताया
दूसरी वीडियो के अंश
8-10 ने मिलकर तलवों (पैरों के नीचे) पर एक-एक पैर करके डंडे मारे और कंधों की ओर इशारा करते हुए यहां पर लठ जी और मुंह पर लाते मारी जी। किसी ने नहीं छुड़वाया जी जनाबों को बोलकर आया मैं। वहां पर सरदार जनाब और सपाटा जनाब खड़े थे जी। रात को जी 8 बजे मारा था जी और सुबह 7 बजे मारा। नाश्ता करने से पहले। टीवी-टूवी तोड़ दिया था जी, एक टीवी मैंने तोड़ दिया था जी, टीवी नहीं दे रहे थे जी।
जैसा कि करनाल के दूसरे बाल बंदी ने वीडियो में बताया.....इसके अलावा में कुछ अन्य बंदियों की वीडियो हैं जिसमें वह पुलिस और महिला अधिकारियों पर आरोप लगा रहे हैं।
वर्जन फोटो
इंक्वायरी डीसी मैडम ही करवा सकती हैं। क्योंकि पुलिस की जिम्मेदारी प्रोटेक्शन की होती है। जहां तक बाल बंदियों से मारपीट की बात है तो मेरे संज्ञान में पुलिस ने मारपीट नहीं की। डीपीओ का फोन आया था कि बाल बंदी तोड़फोड़ कर रहे हैं। इसीलिए हमने प्रोटेक्शन के लिए फोर्स भेजी थी। पुलिस ने मारपीट की ऐसा अभी तक सामने नहीं आया।
मोहित हांडा, एसपी।