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मेदांता हो या दूसरा प्राइवेट अस्पताल, प्रदेश में रहने वाले मरीजों को ही मिलेगा सस्ता इलाज : विज

प्रदेश में अब मेदांता अस्पताल हो या फिर कोई अन्य प्राइवेट अस्पताल हरियाणा के स्थायी निवासियों का ही यहां कोरोना संबंधित सस्ता इलाज हो पाएगा। हरियाणा सरकार ने कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए प्राइवेट अस्पतालों के लिए टेस्ट से लेकर इलाज तक के लिए रेट तय कर रखे हैं जबकि दिल्ली या अन्य राज्यों में ऐसा नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 06:20 AM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 06:20 AM (IST)
मेदांता हो या दूसरा प्राइवेट अस्पताल, प्रदेश में रहने वाले मरीजों को ही मिलेगा सस्ता इलाज : विज
मेदांता हो या दूसरा प्राइवेट अस्पताल, प्रदेश में रहने वाले मरीजों को ही मिलेगा सस्ता इलाज : विज

दीपक बहल, अंबाला

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प्रदेश में अब मेदांता अस्पताल हो या फिर कोई अन्य प्राइवेट अस्पताल, हरियाणा के स्थायी निवासियों का ही यहां कोरोना संबंधित सस्ता इलाज हो पाएगा। हरियाणा सरकार ने कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए प्राइवेट अस्पतालों के लिए टेस्ट से लेकर इलाज तक के लिए रेट तय कर रखे हैं, जबकि दिल्ली या अन्य राज्यों में ऐसा नहीं है। ऐसे में हरियाणा में सस्ता इलाज देख दूसरे राज्यों के लोग भी प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के लिए आने लगे। इसको देखते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आदेश दिया कि अब हरियाणा के स्थायी निवासियों का ही प्राइवेट अस्पताल में सरकार द्वारा निर्धारित फीस पर इलाज किया जाए।

बता दें कि नेशनल एक्रीडेशन बोर्ड आफ हॉस्पिटल (एनएबीएच), ज्वाइंट कमीशन इंटरनेशनल (जेसीआइ) एनएबीएच के अस्पतालों को लेकर हरियाणा सरकार ने कोरोना पॉजिटिव केसों के इलाज के लिए रेट तय किए हुए हैं। सरकार के तय रेट के अनुसार नॉन एनएबीएच अस्पताल में प्रतिदिन 8 हजार रुपये तय है। इसी प्रकार इंटेंसिव केयर यूनिट (आइसीयू) बिना वेंटिलेटर केयर तथा आइसीयू विद वेंटिलेटर क्रमश: 13 हजार व 15 हजार रुपये फीस है। जेसीआइएनएबीएच में आइसोलेट बेड का प्रतिदिन 10 हजार रुपये, बिना आइसीयू वेंटिलेटर 15 हजार रुपये और आइसीयू विद वेंटिलेटर की फीस 18 हजार रुपये फीस है। इसी प्रकार रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन (आरटीपीसीआर) टेस्ट 1600 रुपये, रैपिड एंटीजन किट टेस्ट 650 रुपये, एलाइजा टेस्ट 250 तय किए गए हैं।

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इस तरह स्वास्थ्य विभाग के पास गया फीडबैक

कोरोना मरीजों को लेकर प्राइवेट अस्पतालों में दूसरे राज्य के लोगों का इलाज होने का फीडबैक राज्य सरकार तक पहुंचा। ये वे लोग हैं, जिनका अपने राज्य के प्राइवेट अस्पतालों में इलाज हो सकता है, लेकिन टेस्ट, इलाज सस्ते के कारण लोगों का रुझान हरियाणा की ओर बढ़ गया। ऐसे में हरियाणा के लोगों को परेशानी होने लगी। दिल्ली के लोग भी मेदांता और एनसीआर के प्राइवेट अस्पतालों में पहुंचने शुरू हो गए, जिसके चलते बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री ने आदेश जारी किए।

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फोटो नंबर :: 08

प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों को सस्ता इलाज देने के लिए फीस तय है। इसी कारण से दिल्ली, पंजाब राज्यों के मरीज हरियाणा में इलाज करवाने आ रहे हैं। ऐसे में हरियाणा के स्थाई लोगों को सस्ता इलाज मिलने में दिक्कत आ रही है। राज्य में सस्ता इलाज हो इसकी हमने पहले की। अब हरियाणा के स्थाई वासी को ही प्राइवेट अस्पताल में सस्ता इलाज मिलेगा।

- अनिल विज, गृह, स्वास्थ्य मंत्री


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