फंड जोड़कर मांगी ट्यूशन फीस, नहीं भरने वालेबच्चों के नाम काटे
ोरोना काल में हाईकोर्ट के आदेशों की निजी स्कूल परवाह नहीं कर रहे हैं। यह स्कूल फीस वसूली को लेकर मनमानी पर उतारू हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला : कोरोना काल में हाईकोर्ट के आदेशों की निजी स्कूल परवाह नहीं कर रहे हैं। यह स्कूल फीस वसूली को लेकर मनमानी पर उतारू हैं। ऐसा ही मामला सोमवार को आया। अभिभावकों ने बीईओ कार्यालय कैंट पहुंचकर हंगामा किया। अभिभावकों का कहना है कि उनके बच्चे शहर के निजी स्कूल में पढ़ते हैं। स्कूल अपने अन्य फंड को ट्यूशन फीस में जोड़कर वसूलना चाहता है। हजारों रुपये फीस (फंड जोड़कर) मांगे जा रहे हैं। अभिभावकों ने इस मामले में बीईओ अंबाला कैंट रेणु अग्रवाल को शिकायत दी है।
अंबाला शहर के एक नामी निजी स्कूल ने अभिभावकों को निर्देश दिए हैं कि वे ट्यूशन फीस जमा करवाएं, लेकिन स्कूल ने इसमें खेल कर दिया। स्कूल ने सभी फंड को एक साथ जोड़कर ट्यूशन फीस के नाम पर करीब 41 हजार रुपये भरने को कह दिया। इस बारे में जब स्कूल प्रबंधन से बात की तो कहा कि यह फीस तो जमा करवानी होगी। प्रत्येक कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को यह फरमान दिया गया है। जिन अभिभावकों ने फीस जमा नहीं करवाई, उनके बच्चों के नाम ऑनलाइन कक्षाओं की लिस्ट से हटा दिया गया है। इसी को लेकर अभिभावक खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे और विरोध जताया।
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पहले भी आ चुकी हैं शिकायतें
ट्यूशन फीस की आड़ में फंड वसूलने के मामले शिक्षा विभाग के पास पहले भी आ चुके हैं। हालांकि विभाग ने इसकी जांच कर निर्देश जारी किए हैं। बावजूद स्कूल संचालक मनमानी कर रहे हैं। साफ्टवेयर को अपग्रेड कर इस तरह से फंड जोड़े गए कि रसीद में यह ट्यूशन फीस ही दिखाई देती है। इसी को लेकर अंबाला कैंट के नामी स्कूल की शिकायत बीईओ कार्यालय पर पहुंची। इस शिकायत पर कार्रवाई गई, जिसके बाद इस स्कूल ने अपनी फीस स्ट्रक्चर को पुरानी तर्ज पर किया।
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स्कूल द्वारा फंड जोड़कर ट्यूशन फीस लेने की शिकायत अभिभावकों ने की है। उनकी शिकायत ले ली गई है। इस बारे में छानबीन कर इसेदुरुस्त कराया जाएगा। बच्चों का नाम ऑनलाइन शिक्षा से हटाना गलत है। इस बारे में स्कूल को निर्देश दिए गए हैं।
- रेणु अग्रवाल, बीईओ अंबाला कैंट