बिगड़े मौसम से किसानों और आढ़तियों की चिंता बढ़ी
अनाज मंडी में इन दिनों किसान और आढ़ती दोनों परेशान नजर आ रहे हैं। किसान जहां अपनी गेहूं बेचने को लेकर घबराए हुए हैं कि कहीं बारिश से गेहूं की फसल भीग न जाए।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अनाज मंडी में इन दिनों किसान और आढ़ती दोनों परेशान नजर आ रहे हैं। किसान जहां अपनी गेहूं बेचने को लेकर घबराए हुए हैं कि कहीं बारिश से गेहूं की फसल भीग न जाए। वहीं आढ़तियों को भी चिता सता रही है कि जब तक मंडी से गेहूं का उठान नहीं हो जाता तब तक गेहूं को मौसम की मार से कैसे बचाएं। आढ़तियों की मानें तो इतनी अधिक तिरपाल की व्यवस्था करना भी आसान नहीं है। क्योंकि अनाज मंडी में लाखों क्विंटल अनाज पड़ा है। गेहूं की रोजाना आवक हो रही है, लेकिन सरकारी एजेंसियां उठान काफी धीमी गति से कर रही हैं। जिस कारण उन्हें अपनी फसल मौसम से बचाने की चिता सता रही है।
किसान पाल सिंह ने बताया कि वह लखनौर साहिब से गेहूं की फसल लेकर आया है। मौसम बिगड़ रहा है, उन्हें डर ही कि कहीं गेहूं के दाना का बरसात का पानी न लग जाए। यदि गेहूं को पानी लग गया तो उनके सामने दिक्कत खड़ी हो जाएगी। क्योंकि नमी 12 फीसदी से अधिक हुए तो खरीद की प्रक्रिया लंबी हो जाएगी और इससे उन्हें परेशानी का सामना भी करना पड़ेगा।
वहीं लखनौर साहिब गांव के गुरुचरण सिंह ने बताया कि मौसम का डर उन्हें सता रहा है। यदि समय पर गेहूं की बिक्री नहीं हुई तो उन्हें कई दिन तक अनाज मंडी में बैठना पड़ जाएगा। क्योंकि मंडी में सूखने के बाद ही गेहूं बिक पाएगा। उनके पास अनाज मंडी में गेहूं को बरसात से बचाने के लिए कोई साधन नहीं है।