अरुण हत्याकांड का मुख्य आरोपित गिरफ्तार, पार्षद रूबी अंडरग्राउंड
अरुण को मौत के घाट उतारने के मामले में बलदेव नगर थाना पुलिस ने आरोपित पार्षद रूबी सौदा उनके पति संदीप सौदा सहित देवर रिपी ऋषि राजेंद्र आकू सागर विष्णु सागर आकाश के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस ने मामले में पार्षद के पति संदीप को गिरफ्तार कर लिया है जबकि पार्षद रूबी सौदा अंडरग्राउंड हो गई हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अरुण को मौत के घाट उतारने के मामले में बलदेव नगर थाना पुलिस ने आरोपित पार्षद रूबी सौदा, उनके पति संदीप सौदा सहित देवर रिपी, ऋषि, राजेंद्र, आकू, सागर, विष्णु, सागर, आकाश के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस ने मामले में पार्षद के पति संदीप को गिरफ्तार कर लिया है जबकि पार्षद रूबी सौदा अंडरग्राउंड हो गई हैं और अन्य आरोपित फरार हैं। पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश किया, जहां से पूछताछ के लिए तीन का पुलिस रिमांड मंजूर हुआ है।
उधर, शव का डा. मीनू शर्मा, डा. महेश व डा. अनुराग के बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया। इसे बाद पुलिस ने शव को स्वजनों को सौंप दिया। युवक की हत्या से स्वजनों में रोष था। तनाव की स्थिति पैदा हो गई, चूंकि वे संस्कार करने की बजाय रोड पर शव रखने की बताकर आरोपितों को गिरफ्तारी अड़े थे। काफी देर तक समझाने के बाद स्वजन माने और पुलिस की निगरानी में अंतिम संस्कार किया। मगर इससे पूर्व गुस्साए युवकों ने आरोपितों की कार को क्षतिग्रस्त कर दिया।
-------- छाती में छह सेंटीमीटर तक घुसा था चाकू
हत्यारोपितों ने अरुण को घेर कर चाकू व तलवारों से हमला किया था। अरुण को शरीर पर चार जगह गहरे घाव थे। सबसे बड़ा घाव छाती पर था। यहां करीब छह सेंटीमीटर चाकू सीधा लगा था जो हार्ट के आर-पार हो गया, जिससे उसकी मौत हो गई थी। दूसरी ओर अरुण के पिता नरेश कुमार का भी इलाज पीजीआइ में चल रहा है। झगड़े के दौरान बीच-बचाव करते हुए उन्हें भी गर्दन पर चाकू लगा था।
बता दें मृतक अरुण के स्वजनों ने जिन पर आरोप लगाए हैं उनमें कई पर पहले से मारपीट, जानलेवा हमले सहित अन्य धाराओं के केस दर्ज हैं। 2012 में जंडली में हुए झगड़े में शशि शेखर का हाथ काट दिया था, जिसमें अभी भी कोर्ट केस चल रहा है।
-------- यह है पूरा मामला
पुलिस को दिए बयान में मृतक अरुण के भाई दीपक ने बताया कि शाम सात बजे अपनी मां सुधा रानी को कुरुक्षेत्र से दवाई दिलवाकर गोवर्धन नगर पहुंचा ही था कि रास्ते में ऋषि व राजेन्द्र गली में खड़े होकर सुअर को खाना डाल रहे थे। इनसे पशु को एक तरफ करने को कहा तो दोनों गाली-गलौज करने लगे। पिता नरेश ने दोनों को समझाने का प्रयास किया। इसके बाद नरेश बेटे दीपक व पत्नी सुधा के साथ घर आ गए। थोड़ी देर बाद आठ-दस युवक तलवार, डंडे व हथियारों से लैस होकर घर में घुस आए जिनमें आरोपित ऋषि, संदीप उर्फ लक्की, रिम्पी, राजेन्द्र, आकू, सागर, विष्णु, सागर, आकाश शामिल थे हमला कर दिया। भाई अरुण व पिता नरेश घायल हो गये, जिन्हें ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहां अरुण को मृत घोषित कर दिया गया जबकि नरेश को चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया।