सरकारी स्कूल में दो साल से पशुपालन होता रहा, विभाग सोता रहा, डीईओ ने झाड़ा पल्ला
डीईईओ के राजकीय माध्यमिक स्कूल डेहा कॉलोनी में शिक्षा के नाम पर छात्रों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। दैनिक जागरण की पड़ताल में खुलासा हुआ कि दो साल से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की आंखों में धूल झोंककर पशुपालन किया जा रहा है। जिन कक्षाओं में बचे पढ़ाई कर रहे हैं ठीक उसके साथ ही गोबर के ढेर व गाय भैंसों को बांधा जा रहा है।
अंशु शर्मा, अंबाला
डीईईओ के राजकीय माध्यमिक स्कूल डेहा कॉलोनी में शिक्षा के नाम पर छात्रों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। दैनिक जागरण की पड़ताल में खुलासा हुआ कि दो साल से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की आंखों में धूल झोंककर पशुपालन किया जा रहा है। जिन कक्षाओं में बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं ठीक उसके साथ ही गोबर के ढेर व गाय, भैंसों को बांधा जा रहा है। बाकायदा 22 फरवरी को दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित कर पशुपालन का खुलासा किया गया था बावजूद विभाग के आलाधिकारी पूरी तरह से बेखबर है। जिला शिक्षा अधिकारी डीईओ ने जहां मेरी जिम्मेदारी न होने की बात बोलकर पल्ला झाड़ लिया, वहीं, डीईईओ बोले कि उनके संज्ञान में ही मामला नहीं है। आलाधिकारियों की इस लापरवाही के कारण शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में हैडमास्टर व चौकीदार की मिलीभगत के कारण धड़ल्ले से पशुओं को पाला जा रहा है। यह हालात कभी भी छात्रों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बता दें कि स्कूल परिसर के अंदर प्राइमरी कक्षाओं के ठीक साथ में पड़ी खाली जगह पर पशुओं को पाला जा रहा है। स्कूल परिसर में डेयरी व गौशाला जैसे हालात बने हुए है।
चौकीदार की पत्नी भी स्कूल में कार्यरत
पशुपालन करने वाला चौंकीदार ही नहीं उसकी पत्नी में स्कूल में चलने वाली आंगनवाड़ी के अंदर बतौर वर्कर तैनात है। सालों से वह स्कूल में अपने सेवाएं दे रहे हैं। सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार स्कूल परिसर में पशु पालन की शुरूआत महज एक गाय से की गई थी। धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती चली गई। मौजूदा स्थिति यह है कि दो गाय, बछड़े सहित भैंस भी रखी हुई है। हैडमास्टर वीर ¨सह ने इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने महज दस दिन पहले पशु बंधने की बात बोलकर पल्ला झाड़ लिया था।
वर्जन
यह मेरे जिम्मेवारी नहीं है। डीईईओ के अधीन स्कूलों की देखरेख का जिम्मा उनका ही होता है। वो ही इस मामले में कुछ बता सकते हैं।
उमा शर्मा, डीईओ, अंबाला।
वर्जन
मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं है। सरकारी स्कूल के अंदर इस तरह से हालात होने की अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर ऐसे हालात है तो स्कूल के स्थिति का जायजा लिया जाएगा। ताकि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को किसी तरह की परेशानी न उठानी पड़े।
र¨वद्र, डीईईओ, अंबाला।