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Anil Vij: चुनाव से पहले पार्टी की बैठकों से बनाई दूरी! ये वजह आई सामने; पूर्व सीएम मनोहर लाल के खिलाफ भी खोला मोर्चा

हरियाणा (Haryana Politics) में 25 मई को लोकसभा के लिए मतदान होना है लेकिन उससे पहले पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने भाजपा संगठन के कार्यक्रमों से दूरी बना ली है। विधायक की मांग के बाद विज को विधानसभा बैठकों का अध्यक्ष बनाया गया। नायब सैनी के सीएम बनने के बाद से नाराज तो चल ही रहे हैं लेकिन इस बार नाराजगी की एक और नई वजह सामने आई है।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar Jha Published: Sun, 31 Mar 2024 07:09 PM (IST)Updated: Sun, 31 Mar 2024 07:16 PM (IST)
Haryana Politics: अनिल विज ने चुनाव से पहले पार्टी की बैठकों से बनाई दूरी। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हरियाणा (Haryana News) के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने सत्ता के बाद अब भाजपा संगठन (Haryana BJP) के कार्यक्रमों से भी दूरी बना ली है। भाजपा द्वारा लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) को लेकर की जा रही बैठकों में भी अनिल विज शामिल नहीं हो रहे हैं।अनिल विज न तो प्रदेश स्तरीय लोकसभा बैठक में शामिल हुए और न ही अंबाला लोकसभा हलके को लेकर आयोजित की गई बैठक में शामिल हुए हैं।

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पूर्व सांसद स्वर्गीय कटारिया और विज की आपसी नोंकझोक

अंबाला (Ambala News) के पूर्व सांसद स्वर्गीय रतन लाल कटारिया (Ratan Lal Kataria) जब तक सांसद रहे तक अनिल विज की उनके साथ कभी नहीं बनी। कई सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान दोनों एक-दूसरे पर कटाक्ष करते रहे हैं। कटारिया की मृत्यु के बाद पार्टी ने उनकी पत्नी बंतो कटारिया (Banto Kataria) को अंबाला लोकसभा (Ambala Lok Sabha seat) से प्रत्याशी बनाया है।

पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ भी बोल चुके अनिल विज

इस बीच अनिल विज, नायब सैनी (Nayab Saini) को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद से पार्टी से नाराज चल रहे हैं। नायब सैनी सरकार के गठन और मंत्रिमंडल विस्तार में अनिल विज को मंत्री नहीं बनाया गया है। इसके बाद विज पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal) के खिलाफ भी बोल चुके हैं।

इस सब के बीच मुख्यमंत्री नायब सैनी तथा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल विज को मनाने के लिए उनके आवास पर भी जा चुके हैं। इसके बावजूद विज की नाराजगी बरकरार है। दरअसल, लोकसभा चुनाव प्रभारी और राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) इन दिनों हरियाणा दौरे पर हैं।

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बैठकों में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचे पूर्व गृह मंत्री विज 

उन्होंने हाल ही में गुरुग्राम (Gurugram News) में ओवरऑल मीटिंग लेने के बाद लोकसभा वाइज मीटिंगें लेना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में पंचकूला में उन्होंने अंबाला लोकसभा सीट को लेकर मीटिंग कर इसकी शुरुआत कर दी है। इसमें सबसे अहम बात यह रही कि इन बैठकों में शामिल होने के लिए पूर्व गृह मंत्री विज नहीं पहुंचे।

वह अंबाला लोकसभा अंतर्गत आने वाली अंबाला छावनी विधानसभा से विधायक हैं और पार्टी के सीनियर लीडर भी हैं। चुनावी मीटिंगों से उनकी दूरी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।

पिछले दिनों विज ने दावा किया था कि 2014 में उनकी वजह से भाजपा को हरियाणा विधानसभा चुनाव में बहुमत मिला। 2019 में बहुमत क्यों नहीं आया, यह मनोहर लाल खट्टर को बताना चाहिए। खट्टर तब मुख्यमंत्री थे।

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