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अंबाला में जल बचाने में जुटा है कृषि विभाग

कृषि विभाग बेशक मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम के तहत किसानों को धान की बजाए दूसरी फसल उगाने के लिए प्रेरित कर रहा है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में काफी लोगों को इसकी जानकारी नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Jun 2021 06:30 AM (IST)Updated: Fri, 25 Jun 2021 06:30 AM (IST)
अंबाला में जल बचाने में जुटा है कृषि विभाग
अंबाला में जल बचाने में जुटा है कृषि विभाग

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : कृषि विभाग बेशक मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम के तहत किसानों को धान की बजाए दूसरी फसल उगाने के लिए प्रेरित कर रहा है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में काफी लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। इसी के लिए विभाग गांवों में कैंप लगाने में जुट गया है ताकि हर किसान तक संदेश जाए। विभाग की ओर से गांव-गांव में शिविर लगाने शुरू कर दिए गए हैं।

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बता दें कि जिला में 400 पंचायत हैं, इनमें 459 गांव हैं। सभी गांवों में कृषि विभाग की ओर से पानी बचाने को लेकर काम शुरू कर दिया गया है। जिसमें गांवों में शिविर लगाकर ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा। मक्का, कपास, उड़द, अरहर, मूंग, मोठ, सोयाबीन की फसल उगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी और कर्मी जल संरक्षण के लिए मेरा पानी-मेरी विरासत के तहत सभी गांवों में जाकर किसानों के लिए शिविर लगाने शुरू कर दिए हैं।

---- 15 जून से खुल गया पोर्टल

जिले में सवा लाख हेक्टेयर जमीन पर खेतीबाड़ी होती है। लगभग 82 हजार एकड़ पर धान की खेती की जाती है। धान की खेती बढ़ने से पानी का लेवल हर साल कम होता जा रहा है। जो ट्यूबवेल की मोटर 50 फीट तक रहती थी अब डेढ़ सौ फीट से भी गहरी चली गई है। क्योंकि हर साल भूजल का स्तर गिर रहा है। मेरा पानी मेरी विरासत योजना का पोर्टल 15 जून से खुल गया है, जिसमें किसान पोर्टल पर पंजीकरण करवा सकते हैं। उसके बाद ही योजना का लाभ मिलेगा। किसान आधार कार्ड, किला नंबर व फसल का नाम बताएंगे। उसके बाद विभाग इनके खाते में राशि डालेगा। क्योंकि किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत के तहत प्रति एकड़ सात हजार रुपये तक दिए जाएंगे।

----- मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत कैंप लगाएं जाने शुरू कर दिए हैं। इसमें अधिकारियों समेत कर्मियों की ड्यूटी लगायी गई है। जिसमें गांव गांव जाकर कैंप लगाने शुरू कर दिए हैं और ग्रामीणों को समझाया जा रहा है।

डा. गिरीश नागपाल, उपनिदेशक, कृषि विभाग


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