प्रदेश में 19 फीसद भ्रष्टाचार से ¨चतित सीएम, बोले जनजागरण से होगा खात्मा
दीपक बहल, अंबाला कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार 51 फीसद था। जो जनवरी 2018 में घटकर महज 1
दीपक बहल, अंबाला
कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार 51 फीसद था। जो जनवरी 2018 में घटकर महज 19 फीसद रह गया। आप इसको लेकर तालियां बजा सकते हैं, लेकिन मुझे इस 19 फीसद भ्रष्टाचार की भी पीड़ा है। आखिर 19 फीसद भी क्यों? इसे भी समाप्त करना होगा। प्रत्येक नागरिक को रिश्वत न देने और न लेने का संकल्प लेना होगा। यह जनजागरण से ही संभव होगा। मैंने खुद से शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री की शक्तियां कम की। सीएलयू, बदलियों, बिल्डर्स को लाइसेंस देने का सीएम हाउस से भ्रष्टाचार चलता था। 26 साल पहले निदेशक से छीनी शक्तियों को हमने निदेशक को ही लौटा दिया। कहा कि यह संभालो अपनी दुकानदारी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) और मैं खुद किसके लिए काम रहे हैं? उक्त बात अंबाला शहर के चौड़मस्तपुर गांव में करीब एक अरब 24 करोड़ रुपये की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कही। सीएम ने यहां 5.90 करोड़ की लागत की सीएचसी का उद्घाटन किया, लेकिन यहां पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज नहीं पहुंचे। हालांकि उद्घाटन पट पर उनका नाम लिखा था।
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35 से 40 करोड़ सरकारी खजाने का नुकसान बचा
सीएम बोले, कांग्रेस की सरकार 10 और उससे पहले 5 साल रही सरकार के कार्यकाल में भय और भ्रष्टाचार को बोल बाला था। जनता ने हमें मौका देते हुए सरकार पलट दी। हमने सत्ता में आकर राजकाज का तरीका ही बदल डाला। एचसीएस भर्तियों तक में धांधली होती थी। 15 फीसद सीटें इन्हीं एचसीएस में रिजर्व होती थी। लेकिन हमने इस पूरी प्रक्रिया पारदर्शी कर दिया। वर्ष 2014 के 61 हजार करोड़ के बजट की तुलना में इस वित्त वर्ष में 1 लाख 15 हजार करोड़ का बजट उपलब्ध करवाया गया है। इस बजट के अलावा भ्रष्टाचार के कारण होने वाले 35 से 40 हजार करोड़ रुपये के सरकारी खजाने के नुकसान को रोककर भी विकास कार्यों के लिए उपलब्ध करवाया जा रहा है।
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साले की तो मैं सोच ही नहीं सकता...
पिछली सरकारों पर भ्रष्टाचारों का आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा कि पूर्व सरकारों में भाई-भतीजों को ही नौकरी दी जाती थी। हमने पूरी प्रक्रिया पारदर्शी कर दी। हमारी सरकार में एचसीएस को जो परिणाम आया है उसमें गरीब तबके के ज्यादातर युवाओं का नंबर आया है। यानी न भाई न भतीजवाद और (हंसते हुए) साले की तो मैं सोच भी नहीं सकता।