पांच तक नहीं मानी मांगे तो 6 फरवरी को फार्मासिस्ट मरीजों को नहीं देंगे दवा
गवर्नमेंट फार्मासिस्ट आफ हरियाणा एसोसिएशन की मांगे नहीं माने जाने पर रविवार को प्रदेशभर से सैकड़ों फार्मासिस्ट अंबाला छावनी पहुंचे। अग्रवाल धर्मशाला से जुलूस निकालते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की कोठी के बाहर पहुंचे।
जागरण संवाददाता, अंबाला : गवर्नमेंट फार्मासिस्ट आफ हरियाणा एसोसिएशन की मांगे नहीं माने जाने पर रविवार को प्रदेशभर से सैकड़ों फार्मासिस्ट अंबाला छावनी पहुंचे। अग्रवाल धर्मशाला से जुलूस निकालते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की कोठी के बाहर पहुंचे। सुबह के समय स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज द्वारा एसोसिएशन सदस्यों से बातचीत नहीं करने से गुस्साए कर्मचारियों ने विज सहित सरकार के खिलाफ करीब दो से ढाई घंटे तक जमकर नारेबाजी की। हालांकि पहले से यहां काफी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। एसोसिएशन के सदस्य अनिल विज को अपनी मांगों का ज्ञापन देने की जिद पर अड़े थे लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में नायब तहसीलदार सुरेंद्र भारद्वाज को ज्ञापन दिया गया। वहीं एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि अगर 5 फरवरी तक उनकी मांगे नहीं मानी गई तो 6 फरवरी को सभी जिलों के फार्मासिस्ट पंचकूला में एकत्रित होंगे और प्रदेश के किसी भी पीएचसी, सीएचसी या नागरिक अस्पताल में मरीजों को दवाई नहीं दी जाएगी।
एसोसिएशन के राज्य प्रधान विनोद दलाल ने बताया कि रविवार सुबह उनके कुछ सदस्य अनिल विज को मिलने के लिए आए थे लेकिन मंत्री उनकी बात सुने बिना चले गए। इसी कारण उन्हें सरकार के खिलाफ बाजारों में जुलूस निकालना पड़ा। अग्रवाल धर्मशाला से शुरू हुआ जुलूस करीब डेढ़ बजे शास्त्री कॉलोनी गेट पर पहुंचा जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया। सभी फार्मासिस्ट गेट के पास बीच सड़क धरने पर बैठ गए और अनिल विज व सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मंत्री के पीए ने प्रदर्शनकारियों को मंगलवार सुबह विज के साथ बैठक के लिए बुलाया और अपना ज्ञापन दिया। एसोसिएशन की जिला सचिव कुल¨वद्र कौर ने बताया कि स्टाफ नर्स का ग्रेड पे 4600 जबकि फार्मासिस्ट को 4200 रुपये ही दिया जा रहा है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य प्रधान विनोद दलाल ने कहा कि मंगलवार को अनिल विज से मुलाकात की जाएगी और इसके बाद अगर 5 फरवरी तक उनकी मांगे नहीं मानी गई तो 6 फरवरी को प्रदेशभर के फार्मासिस्ट पंचकूला में हड़ताल करेंगे। इस दौरान प्रदेशभर के नागरिक अस्पतालों में मरीजों को कोई दवाई भी नहीं दी जाएगी। इसके अलावा उनकी मुख्य मांगे प्रमोशन चैनल बनाने, डिप्टी डायरेक्टर का पद भरा जाने, फूड व ड्रग विभाग में ड्रग इंस्पेक्टर का पद सरकारी फार्मासिस्ट के प्रमोशन चैनल द्वारा भरा जाने, फार्मासिस्ट के पद हेतू जरूरी शिक्षा बी-फार्मेसी, जोखिम भत्ता, नए पद सृजित किये जाये व रिक्त पदों पर तुरंत भर्ती करने, फार्मासिस्ट को डॉक्टर की तर्ज पर एनपीए देने, 25 प्रतिशत का बहुउद्देशीय वर्कर व लैब तकनीशियन द्वारा प्रमोशन से भरे जाने वाला कोटा खत्म करने के अलावा अन्य कई मांगे है। इस दौरान राज्य कार्यकारिणी सदस्य अनिल परमार, धर्मपाल फरीदाबाद, भिवानी से वीरेंद्र सहारण, कैथल से कुलदीप चीमा, बलजीत ¨सह, बल¨वद्र ¨सह, पंचकूला से पुनीत, सोनिका, फतेहाबाद से सतीश, रोहतक से जगपाल, हिसार से नीरू भाटिया समेत अन्य भी मौजूद थे।