पांच दिनों में जिला नागरिक व कैंट अस्पताल के 41 फीसद डाक्टर हुए संक्रमित
नागरिक अस्पताल के 41 प्रतिशत डाक्टर कोरोना की चपेट में आ गए हैं। पिछले पांच दिनों की बात करें तो जिला नागरिक अस्पताल और अंबाला छावनी नागरिक अस्पताल के करीब 31 डाक्टर संक्रमित हो गए हैं। डाक्टरों के साथ-साथ मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित होने लगा है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : जिला नागरिक अस्पताल के 41 प्रतिशत डाक्टर कोरोना की चपेट में आ गए हैं। पिछले पांच दिनों की बात करें तो जिला नागरिक अस्पताल और अंबाला छावनी नागरिक अस्पताल के करीब 31 डाक्टर संक्रमित हो गए हैं। डाक्टरों के साथ-साथ मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित होने लगा है। अंबाला शहर ट्रामा सेंटर की बात करें तो यहां पर तीन स्टाफ नर्स भी संक्रमित हो गई हैं। इसके बावजूद जिला नागरिक अस्पताल में ओपीडी पहले की तरह चल रही हैं। यहां न तो मरीज शारीरिक दूरी बना रहे हैं न ही अन्य नियमों का पालन कर रहे हैं।
शहर नागरिक अस्पताल में कुल 32 डाक्टर हैं। इनमें से पिछले 5 दिनों में 15 संक्रमित हो चुके हैं। छावनी नागरिक अस्पताल में 42 डाक्टरों में से 16 संक्रमित मिल चुके हैं। इस बारे में जब सिविल सर्जन डा कुलदीप सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि अभी ओपीडी बंद करने को लेकर निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। डाक्टरों की सुरक्षा के लिए उन्हें बूस्टर डोज लगवाई जा रही है। साथ ही एहतियात बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं। संक्रमित होने वालों में जनरल सर्जन से लेकर डेंटल सर्जन, फिजिशियन, हड्डी रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ, एनेस्थिया विशेषज्ञ आदि शामिल हैं। डीसी के साथ किया था अस्पताल का निरीक्षण, अब मिले संक्रमित
बता दें कि सोमवार को जिला नागरिक अस्पताल में आक्सीजन जनरेटर प्लांट और अस्पताल का डीसी विक्रम सिंह और एडीसी ने निरीक्षण किया था। इस दौरान सिविल सर्जन डा. कुलदीप सिंह भी मौके पर मौजूद थे। उनके अलावा सीनियर डाक्टर इस दौरे में शामिल हुए थे और डीसी के साथ बातचीत की थी। इनमें से ज्यादातर कोरोना की चपेट में आ गए हैं। प्रिसिपल मेडिकल अधिकारी का लगभग पूरा कार्यालय ही संक्रमित हो गया है। लाइनों में लगने वाले मरीज भी मिल रहे संक्रमित
वहीं जो मरीज लाइनों में उपचार के लिए लग रहे हैं वह भी संक्रमित मिल रहे हैं। दरअसल, खांसी-जुकाम व अन्य दवा लेने के लिए आने वालों के जब डाक्टर कोरोना टेस्ट लिखते हैं तो अगले दिन उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आती है। बता दें कि दवा लिखवाने के लिए नागरिक अस्पताल में मरीजों को इतनी जद्दोजहद करनी पड़ती है कि वे शारीरिक दूरी भी नहीं बना पाते। आपाधापी के इसी चक्कर में वह एक-दूसरे को कोरोना दे रहे हैं। इस समय अस्पताल में मरीजों की भीड़ भी बहुत ज्यादा हो रही है। ओपीडी की बात है तो इसके लिए मैंने विशेष तौर एहतियात बरतने के निर्देश भी दिए थे। फिर भी इस बारे में सिविल सर्जन को दोबारा से निर्देश जारी करते हुए सामाजिक दूरी बनाने, मास्क का प्रयोग करने व सभी फ्रंट लाइन वर्कर को बूस्टर डोज लगवाने के निर्देश दिए गए हैं।