33 हजार परीक्षार्थियों से हांफी ट्विन सिटी, जाम से दिनभर जूझती रही जनता
33,181 परीक्षार्थियों परीक्षा में लिया हिस्सा, 16,486 छात्रों ने पहले सत्र में परीक्षा दी, 16,695 परीक्षार्थी दूसरे सत्र की परीक्षा में मौजूद रहे, 65 फीसद से ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे, 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी परीक्षा केंद्रों पर तैनात रहे
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित ग्रुप डी की परीक्षा के पहले दिन प्रशासनिक तैयारियों की जमकर परीक्षा हुई। परीक्षार्थियों की भारी संख्या और यातायात व्यवस्था दोनों को कंट्रोल करने में प्रशासन को जमकर पसीना बहाना पड़ा। कुल 33 हजार 181 परीक्षार्थी अंबाला पहुंचे। शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के लिए परीक्षा केंद्रों पर 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। पूर्व तैयारियों के बावजूद जब छात्रों का रेला केंद्रों की तरफ उमड़ा तो सारी तैयारी धरी की धरी रह गई। सुबह से शाम साढ़े 5 बजे तक ट्विन सिटी जाम से जूझती रही। उधर, पहले दिन की परीक्षा संपन्न होने के बाद प्रशासन ने भले ही राहत की सांस ली हो लेकिन रविवार को फिर से परीक्षार्थियों के साथ पुलिस प्रशासन की भी परीक्षा होगी।
अंबाला शहर में कालका चौक, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, बेटी अपनाओ चौक, अग्रसेन चौक और मानव चौक पर दिनभर वाहन रेंगते रहे। यही स्थिति छावनी में अंबाला-जगाधरी नेशनल हाईवे पर रही। स्वास्तिक चौक, गोलचक्कर के अलावा गीता गोपाल चौक और एसडी कालेज के पास भी ऐसी ही स्थिति रही।
पांव की चुटकी और मंगलसूत्र उतरवाने पर विवाद
नकलविहीन परीक्षा के मद्देनजर परीक्षा केंद्रों पर महिला परीक्षार्थियों से पांव की चुटकी और गले के मंगलसूत्र तक उतरवा लिए गए। ज्यादातर परीक्षार्थियों ने कोई आपत्ति जाहिर नहीं की लेकिन कुछ परीक्षा केंद्रों पर मंगलसूत्र उतरवाने को लेकर जमकर कहासुनी हुई। कानों से बालियां, नाक से कोका, हाथों पर बांधे गए धागे तक उतरवाए गए। इसके अलावा कई प्राइवेट स्कूलों में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर बैग व सामान रखने की एवज में स्कूल के कर्मचारियों ने पैसे भी वसूले।
गलत ढंग से पार्क गाड़ियों को पुलिस ने उठाया
जिला यातायात पुलिस ने व्यवस्था बनाने के लिए कई शिक्षण संस्थानों के बाहर गलत तरीके से पार्क की गई कारों को उठवा लिया और कई के चालान भी काटे, लेकिन फिर भी व्यवस्था नहीं संभल पाई।
आटो चालकों ने भी कूटी चांदी
बसों के अलावा रेल यातायात पर भी परीक्षा का असर दिखाई दिया। ट्रेन में परीक्षार्थी खचाखच भरे हुए थे तो बसों की छतों पर भी उन्हें लटककर सफर करना पड़ा। सबसे ज्यादा फायदा ऑटो चालकों का हुआ। एक तरफ जहां एक ऑटो में 10-10 सवारियों को ढोकर नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई वहीं परीक्षार्थियों से मनमाफिक अधिक किराया भी वसूला गया।