अंबाला रेल मंडल से खाद्यान्न लेकर एक दिन में 29 माल ट्रेनें हुईं रवाना, कमाई का बनाया रिकार्ड
अंबाला रेल मंडल ने अपने गठन के 33 साल बाद पहली बार माल ढ़ुलाई से एक दिन में कमाए 13.30 करोड़ कमाए हैं। रेल मंडल से खाद्यान्न लेकर एक दिन में 29 माल ट्रेनें रवाना हुईं।
अंबाला, [दीपक बहल]। लॉकडाउन में जरूरतमंदों को खाद्यान्न पहुंचाने के लिए भारतीय रेल की मालगाड़ियां वरदान साबित हुई हैं। अंबाला रेल मंडल ने देशभर में मालगाडि़यों से खाद्यान्न भेजने और कमाई का नया रिकार्ड बनाया है। अंबाला रेल मंडल से एक दिन में कुल 29 माल ट्रेनें देशभर में भेजी गईं। इनमें 26 मालगाडि़यां और तीन कंटेनर हैं। ये ट्रेनें खाद्यान्न व अन्य जरूरी सामान लेकर शुक्रवार को देर रात तक बिहार, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के लिए भेजे गईं। 1987 में गठन के बाद अंबाला रेल मंडल में पहली बार एक दिन में इतनी भारी मात्रा में सामग्री भेजकर वाणिज्य शाखा ने 13.30 करोड़ रुपये की आमदनी की। यह नया रिकॉर्ड है।
पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार सहित कई राज्यों के लिए रवाना हुईं 26 मालगाड़ियां और तीन कंटेनर
उधर, 84 डिब्बों की मालगाड़ी ने 1634 किलोमीटर (किमी) का सफर 50 घंटे में तय कर खाद्यान्न पहुंचाया है। जागरण में प्रकाशित खबर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया था, जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने री-ट्वीट किया। सीनियर डीसीएम हरिमोहन ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान 10 अप्रैल तक फूड ग्रेन की 224 मालगाड़ियां और 23 फर्टिलाइजर और 30 कंटेनर रवाना किए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि इससे अंबाला रेल मंडल ने 119 करोड़ 52 लाख 83 हजार 714 रुपये की आमदनी की है। शुक्रवार को महज एक दिन में 26 फूड ग्रेन मालगाड़ियां और तीन कंटेनर लोड किए गए हैं। इन से रेलवे ने एक ही दिन में 13 करोड़ 30 लाख रुपये की आमदनी की है।
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9 अप्रैल को दस करोड़, 17 अप्रैल को कमाए 13.30 करोड़ : डीआरएम
डीआरएम जीएम सिंह ने बताया कि अंबाला मंडल के इतिहास में इतनी लोडिंग और आय कमर्शियल विभाग ने पहली बार की है। मालगाड़ियों के माध्यम से जरूरतमंदों तक खाद्यान्न पहुंचाया गया है। लॉकडाउन के इस दौर में रेलवे अपनी ड्यूटी पूरी तरह से निभा रहा है।
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लॉकडाउन: उत्तर रेलवे ने देशभर में भेज 53 फीसदी खाद्यान्न
लॉकडाउन में रेलवे ने खुद की जिम्मेदारी निभा रहा है। उत्तर रेलवे की ओर से देशभर में अभी तक 53 फीसदी खाद्यान्न की आपूर्ति की जा चुकी है। मालगाड़ियों में लोगों के लिए लगातार राशन भेजा जा रहा है। जबकि उत्तर रेलवे द्वारा एक दिन में सर्वाधिक 51 रैक का लदान किया गया। जबकि 15.75 लाख टन, खाद्यान्न भेजा गया। जो कि पिछले वर्ष से 137 फीसदी अधिक है। 5 हज़ार टन भार वाली लंबी दूरी की 25 अन्नपूर्णा खाद्यान्न मालगाडि़यां देश के विभिन्न हिस्सों में भेजी गई है।
मालगाड़ी में सामान की लदाई करते श्रमिक।
लॉकडाउन में बढ़ रही डिमांड
लॉकडाउन के चलते देशभर अधिक मांग बढ़ रही है। जिसको देखते हुए उत्तर रेलवे ने 15 रैक प्रतिदिन से बढाकर 51 रैक प्रतिदिन लदान कर दिया है। इसके लिए रेलवे के कर्मचारी दिनरात काम कर रहे है।
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15.75 लाख टन खाद्यान्न भेजा गया
लॉकडाउन के बाद से उत्तर रेलवे राज्यों को खाद्यान्न की आपूर्ति करने में आगे है । उत्तर रेलवे ने खाद्यान्न के 573 रैकों (1.57 मिलियन टन) का लदान किया जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 0.90 मिलियन टन 135 फीसदी है । रेलवे की ओर से 15.75 लाख टन खाद्यान्न भेजा गया। जो कि पिछले वर्ष से 137 फीसदी अधिक है
बढ़ती हुई आवश्यकताओं व मांग के मद्देनज़र उत्तर रेलवे ने 5000 टन खाद्यान्न भार वाली लम्बी दूरी की अन्नपूर्णा मालगाडि़यां चलाई हैं। ऐसी 25 अन्नपूर्णा मालगाडि़यां उत्तर रेलवे द्वारा देश के विभिन्न भागों के लिए चलाई गइ्रं। कर्मचारियों और अन्य श्रमिकों की संरक्षा के मद्देनज़र, कार्य के दौरान सामाजिक दूरी और सैनीटाइजेशन का होना भी सुनिश्चित किया जा रहा है।