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19 अपराधी पुलिस के मोस्ट वांटेड, छापेमारी के बाद भी आज तक नहीं लगे हाथ

पुलिस ने वांटेड आपराधियों पर 50 हजार से एक लाख रुपये तक रखा हुआ है रिवार्ड

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 06:40 AM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 06:40 AM (IST)
19 अपराधी पुलिस के मोस्ट वांटेड, छापेमारी के बाद भी आज तक नहीं लगे हाथ
19 अपराधी पुलिस के मोस्ट वांटेड, छापेमारी के बाद भी आज तक नहीं लगे हाथ

पुलिस ने वांटेड आपराधियों पर 50 हजार से एक लाख रुपये तक रखा हुआ है रिवार्ड

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जागरण संवाददाता, अंबाला शहर :

जिला पुलिस के लिए आज भी 19 अपराधी मोस्ट वांटेड बने हुए हैं। इन अपराधियों पर 50 हजार से एक लाख रुपये तक रिवार्ड रखा हुआ है। इनमें 14 ऐसे वांटेड हैं जो हत्याओं में शामिल रहे। इनमें तत्कालीन सीएम भजनलाल की हत्या करने की साजिश रचने का भी आरोपित मटेहड़ी शेखा का रहने वाला पुरुषोत्तम सिंह उर्फ पम्मा है, जो 1995 से भगोड़ा घोषित है। पुलिस सालों से इसकी तलाश में जुटी है मगर आज तक इसका कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस की फाइलों में यह मोस्ट वांटेड

-गांव मटहेड़ी शेखां निवासी पुरुषोत्तम सिंह साल 1995 से फरार, जिसपर एक लाख रुपये का रिवार्ड। -नारायणगढ़ के गांव महुआ खेड़ा निवासी मोहित कुमार मेंटल जो साल 2018 से भगोड़ा। इस पर भी एक लाख रुपये का रिवार्ड है। -जिला करनाल के रहने वाले विरेंद्र प्रताप उर्फ काला जो 2018 से फरार है। इस पर भी एक लाख रुपये का रिवार्ड है। -अंबाला के गांव धनौरा निवासी नीरज उर्फ गांधी जो 2018 से फरार है, इस पर 50 हजार रुपये का रिवार्ड है।

-महेश नगर निवासी जगजीत सिंह उर्फ प्रीत साल 2006 से फरार है। इसपर भी 50 हजार रुपये का रिवार्ड है।

-काजीवाड़ा अक्षय उर्फ अरुण उर्फ मोनू जो 2001 से वांटेड चल रहा है इसपर 50 हजार रुपये का रिवार्ड है। -छावनी के महेश नगर के रहने वाले तेजेंद्र उर्फ रानो जो 2001 मोस्ट वांटेड है। इस पर भी 50 हजार रुपये का रिवार्ड रखा हुआ है। -महेश नगर के ही मनिद्र सिंह उर्फ किवी भी 2001 से वांटेड है। इसपर भी 50 हजार रुपए का रिवार्ड है। -इसी तरह बड़ी रसोर निवासी शिवचरण साल 2013 से फरार है इसपर 15 हजार रुपये का रिवार्ड है। -लखनऊ के माधोपुर का रहने वाला ब्रिजेश उर्फ लोंगरोट साल 2001 से वांटेड है। -पटियाला के गांव सबदालपुर निवासी बिल्ला, जो 2006 वांटेड है। -इसी प्रकार बराड़ा का रहने वाला दीपक उर्फ हनी साल 2011 से फरार है। -वहीं नारायणगढ़ निवासी गंजा राम जो 2007 से वांटेड है। -लाल कुर्ती का रहने वाला मंगल साधू 2009 से मोस्ट वांटेड है। -इसी प्रकार बिहार के जिला सीमाड़ी का रहने वाला राम राक्खा साल 2009 से कई मामलों में वांटेड है। -सीतामड़ी का ही रमेश पूरबिया उर्फ उमा शंकर जो साल 1994 से फरार है। -शहर की वाल्मीकि बस्ती का रहने वाला सुरेंद्र सिंह उर्फ छोटू 2009 से कई मामलों में वांटेड है। -पंजाब के फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला सुल्खान सिंह 1991 से मोस्ट वांटेड है। पुलिस अभी भी इस तरह के अपराधियों को पकड़ने में जुटी हुई है। पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी कर रही है। इसके अलावा इस तरह के मोस्ट वांटेड से पब्लिक सतर्क और जागरूक रहें। -सुल्तान सिंह, डीएसपी, हेड क्वार्टर, अंबाला।


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