यमुनानगर में 120 दिन धरना देने वाले अभिभावकों ने दोषी को दिया समर्थन
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : निजी स्कूलों की मनमर्जी पर लगाम कसने की मांग को लेकर अंबाल
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : निजी स्कूलों की मनमर्जी पर लगाम कसने की मांग को लेकर अंबाला शहर पालीटेक्निक चौके के पास बनाए गए बस स्टाप क्यू शेल्टर पर भूख हड़ताल पर बैठे जवाहर दोषी पांचवें दिन भी धरने पर बैठे रहे। इस दौरान प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी उनके पास नहीं पहुंचा। हालांकि समाचार पत्रों में समाचार पढ़कर यमुनानगर से कुछ अभिभावक जवाहर दोषी से मिलने पहुंचे और उनके आंदोलन को अपना समर्थन दिया। इनमें संदीप दुग्गल, मुकेश दाबरा, सुरेंद्र मोहन और संजीव मेहता शामिल रहे। इन्होंने दोषी का हालचाल जाना और उन्हें बताया कि गत वर्ष सेंट थोमस स्कूल यमुनानगर के बाहर उन्होंने टेंट लगाकर 120 दिन धरना दिया था। हालांकि उस दौरान भी परिणाम कुछ नहीं निकल पाया था। अभिभावकों ने कहा कि सरकार की नाकामी के चलते ही निजी स्कूल हर साल मनमर्जी करते हैं। इसीलिए गरीब बच्चों को दाखिला नहीं मिल पाता। बता दें कि जवाहर दोषी का कहना है कि उनकी बेटी की शादी हो चुकी है और उनके परिवार से किसी भी बच्चे को दाखिला नहीं चाहिए। वह केवल समाज के गरीब तबके के बच्चों को निशुल्क दाखिला मिले इसके लिए ही भूख हड़ताल पर बैठे हैं।