पार्क से डीसी ऑफिस तक खिसके 100 कर्मी, गिरफ्तारी को मंगाई बसें रही खाली
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सर्व कर्मचारी संघ के पूर्व निर्धारित जेल भरो आंदोलन के तहत
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सर्व कर्मचारी संघ के पूर्व निर्धारित जेल भरो आंदोलन के तहत बृहस्पतिवार सुबह कर्मचारी शहर के महावीर पार्क पर जुटना शुरू हो गए थे। जिले में पांच हजार से ज्यादा सर्व कर्मचारी संघ से जुड़े होने के दावों के बीच पुलिस प्रशासन ने भी अपनी मुस्तैदी बढ़ा दी थी। कर्मचारियों की गिरफ्तारी के लिए 9 बसें परिवहन डिपो से मंगाई गई थी तो कुछ पुलिस के वाहन तैनात किए गए थे। प्रदर्शन उग्र न हो इसको देखते हुए आंसू गैस, एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड की व्यवस्था थी। हालांकि, पुलिस प्रशासन का काम खुद कर्मचारियों ने ही आसान कर दिया। कबीर जयंती की छुट्टी होने व बरसाती मौसम होने का असर यह रहा कि करीब 400 कर्मचारी ही पार्क में जुटे और जब गिरफ्तारी देने के लिए डीसी कार्यालय पहुंचे तो इनमें से भी 25 फीसद इधर उधर खिसक गए। डीसी कार्यालय पहुंचे कर्मचारी अपनी गिरफ्तारी पर अड़ गए तो उन्हें औपचारिक तौर पर गिरफ्तार कर सेक्टर-10 स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम में जाया गया। हालांकि, इस दौरान 9 सरकारी बसें भी भर नहीं पाई। जो बस स्टेडियम में सबसे अंत में पहुंची उसमें महज इंद्र ¨सह बधाना सहित दो लोग ही सवार थे।
सर्व कर्मचारी संघ का नेतृत्व जिला सचिव सीटू रमेश चंद व सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश प्रवक्ता इंद्र ¨सह बधाना कर रहे थे। कर्मचारी साल 2014 की रेगुलाइजेशन पॉलिसी के मुताबिक पक्के हुए 4654 कर्मचारियों की नौकरी पर आए हाईकोर्ट के फैसले पर सरकार से विधायिका की शक्तियों का इस्तेमाल कर उनकी नौकरी बचाने, परियोजना वर्कर्स सहित सभी बोर्ड, व विभागों में लगे तमाम कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, एनपीएस प्रणाली खत्म करके पुरानी पेंशन स्कीम बहाल आदि मांगों को पूरा करने को लेकर विरोध जता रहे थे।
नायब तहसीलदार से नहीं की बात, एसडीएम आने पर दी गिरफ्तारी
सभी कर्मचारी डीसी कार्यालय पर करीब डेढ़ घंटा तक प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान कर्मचारियों व कर्मचारी नेताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में खूब नारेबाजी की। हालांकि, जब इस प्रदर्शन को देखते हुए ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात नायब तहसीलदार पूनम सौलंकी बातचीत के लिए आगे आई तो कर्मचारियों ने उनसे बात करने से इंकार कर दिया। इसके बाद एसडीएम सतेंद्र सिवाच को मौके पर बुलाया गया। जिनसे कर्मचारियों ने नेता चर्चा के दौरान गिरफ्तारी पर अड़े रहे। इसके बाद इन कर्मचारियों को बसों में भरकर ले जाया गया।
करीब दो घंटे स्टेडियम में रखा
प्रशासन का लाव लश्कर कर्मचारियों को बसों में भरकर स्टेडियम में पहुंचा। यहां कर्मचारियों को करीब पौने दो घंटे बिताने पड़े। इस दौरान जहां कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। वहीं, पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तारी को लेकर अपनी औपचारिकता पूरी की। इस दौरान जेल भरो के तहत लाए गए कर्मचारियों को गुरुद्वारे का लंगर खिलाया गया।
कर्मचारी यूनियनों से जवाब मांगा जाएगा
सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश प्रवक्ता इंद्र ¨सह बधाना के मुताबिक महावीर पार्क में उन्होंने कर्मचारियों की जो हाजिरी लगवाई थी उसमें 1241 कर्मचारी थे। इसके बाद जब डीसी कार्यालय पहुंचे तो आधे कर्मचारी नहीं पहुंचे। इस मामले में कर्मचारी यूनियनों से जवाब मांगा जाएगा। जिले में सर्व कर्मचारी संघ के तहत करीब 5500 कर्मचारी सदस्य हैं।