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10 एमएलडी वाटर टैंक लीकेज ने सौंडा के आसपास मचाई तबाही

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर जल बचाओ कल बचाओ व पानी की हर बूंद कीमती है जैसे नारे अकसर सुनने को मिलते हैं। वास्तव में यह महज नारे ही हैं हकीकत इनसे कोसों दूर है। धरातल पर क्या हालात हैं वह शहर के सौंडा में आकर देखे जा सकते हैं। जहां हुडा सेक्टरों को

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Jan 2019 01:48 AM (IST)Updated: Thu, 03 Jan 2019 01:48 AM (IST)
10 एमएलडी वाटर टैंक लीकेज ने सौंडा के आसपास मचाई तबाही
10 एमएलडी वाटर टैंक लीकेज ने सौंडा के आसपास मचाई तबाही

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर

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जल बचाओ कल बचाओ व पानी की हर बूंद कीमती है जैसे नारे अकसर सुनने को मिलते हैं। वास्तव में यह महज नारे ही हैं हकीकत इनसे कोसों दूर है। धरातल पर क्या हालात हैं वह शहर के सौंडा में आकर देखे जा सकते हैं। जहां हुडा सेक्टरों को जलापूर्ति के लिए बनाए 10एमएलडी (मीट्रिक लीटर पर डे)क्षमता के वाटर टैंक की लीकेज से लोग पलायन को मंजूर हैं। सौंडा व इसकी कालोनियों में वाटर लीकेज से हो रही तबाही साफ देखी जा सकती है। यहां रोजाना हजारों लीटर पेयजल कॉलोनियों से होते हुए नाले में बेकार बह रहा है। वहीं, जिम्मेदार महकमे आंखें मूंदे हुए हैं। स्थानीय लोग पार्षद से लेकर सीएम व पीएम ¨वडो तक मामला ले जा चुके हैं। इसके बावजूद हालात तो नहीं बदले बल्कि लोग यहां से पलायन कर रहे हैं। इस क्षेत्र में घरों व दुकानों के आसपास जलभराव की स्थिति बनी है जिससे दीवारें दरक रही हैं क्योंकि प्लांट से नहरी पानी बह रहा है इसे स्थानीय लोग डेंगू की भी चपेट में हैं।

शहर के पांचों सेक्टरों में बसी हजारों की आबादी को नहरी पानी जलापूर्ति प्रदान करने के लिए बनाए साल 2007 में यहां पांच-पांच एमएलडी के दो वाटर टैंक बनाए गए थे। जिन्हें सीधे नग्गल इरीगेशन स्कीम से निकली कांवला डिस्ट्रीब्यूटरी से नहरी पानी उपलब्ध होता है। नहर से सीधे पाइप से टैंक तक पानी जाता है। इतने सालों से इन टैंक की मरम्मत नहीं हुई। कई बार टैंक ओवरफ्लो होकर बहते हैं तो कभी पाइप लीक होती है। अब हालात यह है कि लगातार पानी बह रहा है। स्थानीय निरमैल ¨सह, निर्भय, देशराज, जयराम, हजारा ¨सह व मदन लाल के मुताबिक यही हालात रहे तो वह दिन दूर नहीं जब सभी लोग यहां से छोड़ कर चले जाएंगे।

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हर स्तर पर उठा चुके हैं आवाजा

- स्वामी महेश्वरानंद के मुताबिक इस मामले में पार्षद से लेकर पीएम ¨वडो तक लिख चुके हैं। शिकायत के बाद यहां बांध लगा कर चले जाते हैं जबकि लीकेज ठीक करने की तरफ कोई ध्यान नहीं है। कैनाल से आ रहे पाइप व टैंक लीक हैं।

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डेंगू से हो गई पति की मौत

- महिला रा¨जद्र कौर के मुताबिक टैंकों से साफ पानी लीक हो रहा है। जिसमें यहां हर बार डेंगू के केस सामने आते हैं। इसके चलते पिछले साल उसके पति की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई देखने नहीं आता। 10 साल से लोग परेशान हैं।

पार्षद को मौके पर बुला कर दिखा चुके स्थिति

- निर्मल ¨सह ने बताया कि वह इस मामले में वार्ड 8 के पार्षद को मौके पर बुलाकर पूरा माजरा दिखा चुके हैं। इसके अलावा विधायक से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक लिख चुके हैं। हालात यह है कि लोग अपने मकान बेच कर जा रहे हैं। अधिकारी कोई आकर नहीं देखता।

पानी में मकान डूबा हुआ है और कोई हल नहीं

- महिला गीता ने बताया कि उसके मकान में पानी घुसा हुआ है। घर से रोजाना पानी निकालना पड़ रहा है। सभी मकान पानी के बीच डूबे हैं और गलियों में भी पानी है। सांप व अन्य जीव जंतु घरों में घुस आते हैं। बरसासत में तो बड़ी मुश्किल है। सरकार नारे दे रही यहां आकर हकीकत देखो

- देवेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार पानी बचाने के नारे दे रही है लेकिन अफसर इन पर पानी फेर रहे हैं। हकीकत क्या है आकर देखें तो कुछ पता चले। अपनी जीवन भर की पूंजी से मकान व दुकानें बनाने वाले लोगों को यहां तबाही झेलनी पड़ रही है।

इतने सालों में किस ने कोई सुनवाई नहीं की

- दलबीर ¨सह ने बताया कि करीब 10 साल से यहां यह समस्या बनी हुई है लेकिन कोई उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है। यहां स्थायी हल निकालने के बजाय कालोनी के आसपास बांध सा बनाया हुआ है पर उससे पानी नहीं रूक रहा।


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