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आरक्षण के लिए पीएम मोदी से मिलें पाटीदारः रामदास अठावले

अठावले ने गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें नक्सलवाद व माओवादियों का साथ छोड़ देना चाहिए।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 09 Apr 2018 05:37 PM (IST)Updated: Mon, 09 Apr 2018 06:34 PM (IST)
आरक्षण के लिए पीएम मोदी से मिलें पाटीदारः रामदास अठावले
आरक्षण के लिए पीएम मोदी से मिलें पाटीदारः रामदास अठावले

शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि गुजरात में कांग्रेस को राहुल गांधी की वजह से नहीं पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की वजह से फायदा हुआ, पाटीदारों को आरक्षण चाहिए तो उन्हें प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहिए। विधायक जिग्नेश मेवाणी को नसीहत देना अठावले को भारी पड़ गया, मेवाणी ने उलटे अठावले को मोदी का हनुमान बताते हुए कहा कि डॉ अंबेडकर जयंती से पहले दलितों के एट्रोसिटी कानून की रक्षा की गारंटी दें।

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केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले गुजरात के सूरत में एक कार्यक्रम में आए थे। सूरत सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते समय उन्हें कांग्रेस की महिला पार्षद के पुत्र कुणाल सोनवणे ने काला खेस ओढा दिया जिसके चलते पत्रकार वार्ता में हंगामा मच गया। अठावले ने यहां बताया कि केंद्र सरकार दलित विरोधी नहीं है, सरकार ने उच्चतम न्यायालय में एट्रोसिटी एक्ट को लेकर एक याचिका भी लगा दी है।

अठावले ने यहां कहा कि गुजरात विधानसभा में कांग्रेस की सीट बढने का कारण पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल थे ना कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी। उन्होंने पाटीदारों से कहा कि आरक्षण चाहिए तो उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क करना चाहिए, चूंकि किसी भी समाज को आरक्षण देना राहुल गांधी के बस की बात नहीं है। अठावले ने कहा कि आरक्षण आंदोलन के दौरान उन्होंने पाटीदारों को आरक्षण देने की वकालत की थी, पाटीदार समाज भाजपा के साथ रहा है, हार्दिक ने इस समाज को गुमराह किया जिससे वह भाजपा के खिलाफ खड़ा हो गया।

अठावले ने गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें नक्सलवाद व माओवादियों का साथ छोड़ देना चाहिए। उनकी दोस्ती दलितों के हित में नहीं है, वे स्वभाव से दलित विरोधी हैं। इस पर पलटववार करते हुए जिग्नेश मेवाणी ने अठावले, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान व दलित सांसद उदित राज को प्रधानमंत्री मोदी के हनुमान बताते हुए कहा कि उन्हें नसीहत देने के बजाए अठावले को प्रधानमंत्री व भाजपा को एट्रोसिटी एक्ट की रक्षा करने की नसीहत देनी चाहिए। मेवाणी ने कहा कि 14 अप्रैल को डॉ अंबेडकर की जयंती से पहले केंद्र सरकार को यह साफ कर देना चाहिए की उच्चतम न्यायालय सरकार की एट्रोसिटी एक्ट के संबंध में याचिका खारिज कर देती है तो सरकार अध्यादेश लाकर दलित हितों की रक्षा करेंगे।

जिग्नेश ने अठावले पर पलटवार करते हुए कहा कि वे बाबा साहब के संविधान में मानते हैं, लेकिन अठावले संविधान को पलटने की बात करने वाले आरएसएस व भाजपा के साथ बैठ गए हैं। मेवाणी ने यह भी आरोप लगाया कि अठावले ने महाराष्ट्र में भीमसेना व शिवसेना का मिलन कराकर दलितों के साथ अन्याय किया उसे महाराष्ट्र व देश जानता है। जिग्नेश ने यह बयान एक वीडियो जारी कर दिया है, जिसे अठावले व भाजपा पर पलटवार के रूप में माना जा रहा है।  

भाजपा सरकार पाटीदारों को संवैधानिक रूप से आरक्षण का लाभ देती है तो समूचा पाटीदार समाज व
कांग्रेस के पाटीदार विधायक भाजपा में शामिल होकर बतौर भाजपा प्रचारक काम करने को तैयार हैं
-ललित वसोया, कांग्रेस विधायक पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति सौराष्ट्र के पूर्व संयोजक
 


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