गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा के खिलाफ धरना
आरोप यह है कि गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने विधानसभा में स्कूल मालिकों की तुलना बूटलेगर व माफियाओं से कर दी।
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। निजी स्कूल के शुल्क निर्धारण को लेकर शाला संचालकों का झगड़ा तो शिक्षामंत्री के खिलाफ था, लेकिन शनिवार को राजकोट में उन्होंने गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा के खिलाफ धरना दिया। आरोप यह है कि जडेजा ने विधानसभा में स्कूल मालिकों की तुलना बूटलेगर व माफियाओं से कर दी।
गुजरात में सरकार की ओर से शुल्क निर्धारण से नाराज निजी स्कूल मालिक व शिक्षामंत्री भूपेंद्रसिंह चूडास्मा के खिलाफ लंबे समय से शीतयुद्ध चल रहा है, लेकिन शाला संचालक अब ग्रह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा से भी नाराज हैं। दरअसल, जाडेजा ने गुजरात विधानसभा में दिए अपने बयान में कहा था कि बूटलेगर, माफिया व स्कूल मालिकों ने भाजपा को वोट नहीं दिया। मंत्री के इस बयान शाला मालिकों ने अपमान बताते हुए राजकोट में धरना शुरू कर दिया है। इसी बीच, राजकोट के भाजपा नेता नितिन भारद्वाज ने धरना स्थल पहूंचकर मामला शांत करने का प्रयास किया, लेकिन मामला जस का तस है।
गत दिनों चूडासमा ने उच्चतम न्यायालय के अंतरिम आदेश का हवाला देते हुए कहा था कि सरकार की ओर से तय शुल्क से अधिक लेने वाले शाला संचालकों पर कार्यवाही होगी। साथ ही, उन्होंने अभिभावकों पर शुल्क देने का दबाव डालने वाले स्कूल मालिकों को भी चेताते हुए कहा था कि अदालत के अंतिम फैसले तक स्कूल मालिकों को सरकार का आदेश मानना होगा।
इसी बीच, दसवीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा आ जाने से शाला मालिक फीस जमा नहीं कराने वाले छात्र व छात्राओं को परीक्षा के लिए हॉल टिकट नहीं देने की चेतावनी दे रहे हैं, जिसे शिक्षामंत्री ने अपराध करार देते हुए कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी। सरकार व शाला संचालकों के बीच अभी कोई समझौता नहीं हो सका है बोर्ड परीक्षा के हजारों छात्र छात्राओं के परीक्षाा में शामिल होने को लेकर संशय बना हुआ है। उधर, जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल संचालकों से शीघ्र हॉल टिकट उनके कार्यालय से लेने का निर्देश जारी किया है।