Coronavirus: गुजरात के पीडीपीयू में वेंटिलेटर की डिजाइन तैयार
Coronavirus. डॉयरेक्टर जनरल की अध्यक्षता में संशोधकों की टीम ने आइसीयू वेंटिलेटर की डिजाइन तैयार कर सरकार को सौंपी है।
अहमदाबाद, जेएनएन। Coronavirus. देश में वेंटिलेटर की कमी के मद्देनजर भारत सरकार ने देश में ही आइसीयू वेंटिलेटर के निर्माण का निर्णय किया हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के इस मिशन में गुजरात के गांधीनगर स्थित पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी (पीडीपीयू) के संशोधन का विशेष सहयोग हैं। इसके डॉयरेक्टर जनरल की अध्यक्षता में संशोधकों की टीम ने आइसीयू वेंटिलेटर की डिजाइन तैयार कर सरकार को सौंपी है।
कोरोना वायरस का संक्रमण पूरे देश में फैल गया हैं। यहां दिन प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढती जा रही है। सरकार के लिए यह बड़ी चुनौती है। कोरोना मरीजों की चिकित्सा में आवश्यक वेंटिलेटर की कमी है। भारत सरकार को अन्य देशों से वेंटिलेटर मंगाने में भी बड़ी समस्या हैं, क्योंकि कोरोना के कारण विश्व के सभी देशों में इसकी जरूरत बढ़ गई है। इसलिए अपने देश में ही इसके निर्माण की तैयारी कर दी गई हैं। आइसीयू वेंटिलेटर की डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग व इवैल्यूएशन सहित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ अब आइसीयू वेंटिलेटर के निर्माण में नॉलेज पार्टनर के तौर पर गांधीनगर स्थित पीडीपीयू शामिल हुआ है।
पीडीपीयू के नवनियुक्त महानिदेशक एस सुंदर मनोहरन की अध्यक्षता में पीडीपीयू के अलग-अलग शाखा के 10 फैकल्टी नंबर की टीम ने आइसीयू वेंटिलेटर की डिजाइन तैयार की है। यह देश की जरूरत के मुताबिक तैयार किया गया है। पीडीपीयू के महानिदेशक के अनुसार, देश में सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों के वेंटिलेटर विदेश से मंगाए गए हैं। अब मेक इन इंडिया के अभियान के तहत इसे देश में ही तैयार किया जाएगा। कोरोना के मरीजों के लिए आइसीयू वेंटीलेटर की जरूरत पड़ती है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण भारत की दो कंपनियों द्वारा इसका उत्पादन किया जाएगा। पीडीपीयू इसमें नॉलेज पार्टनर के तौर पर शामिल होगा। उत्पादन शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा। आगामी 25 अप्रैल तक 100 आइसीयू वेंटिलेटर तैयार कर दिया जाएगा। उसके बाद इसकी सीमा 500 तक बढ़ाई जाएगी।