इशरत जहां मामले में 12 मार्च को फैसला
मुंबई की 21 वर्षीय कॉलेज छात्रा इशरत जहां व उसके तीन साथियों को अहमदाबाद में जून 2004 में एक मुठभेड़ में मार गिराया था।
अहमदाबाद, जेएनएन। इशरत जहां मुठभेड़ मामले में केंद्रीय खुफिया विभाग के तत्कालीन विशेष निदेशक राजेन्द्र कुमार सहित अन्य अधिकारियों को समंस भेजने के मामले में अहमदाबाद की सीबीआई अदालत 12 मार्च को फैसला देगी।
सीबीआई अदालत की ओर से पूर्व में केंद्र सरकार से मंजूरी के बगैर ही इशरत मुठभेड मामले से जुड़े तत्कालीन विशेष निदेशक राजेंद्र कुमार व तीन अन्य अफसरों को समंस भेज दिया था। अदालत में इस मामले में सरकार व बचाव पक्ष की ओर से सभी दलीलें पूर्ण होने के बाद अदालत ने 12 मार्च तक फैसला सुरक्षित रखा है।
गौरतलब है कि मुंबई की 21 वर्षीय कॉलेज छात्रा इशरत जहां व उसके तीन साथियों को अहमदाबाद में जून 2004 में एक मुठभेड़ में मार गिराया था। अमेरिका के जेल में बंद आतंकी डेविड कोलमैन हेडली ने आज जब मुंह खोला तो भारत की राजनीति में हड़कंप मच गया। उसने खुलासा किया कि अहमदाबाद में एनकाउंटर में मारी गई लड़की इशरत जहां लश्कर ए तैयबा की आत्मघाती हमलावार थी। हेडली ने कहा कि उसे इशरत के बारे में मुजम्रमिल भट्ट ने बताया था। गुजरात पुलिस का दावा था कि इशरत और उसके तीनों साथी गुजरात के तत्कालीन सीएम व वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करने के इरादे से आए थे।