मुश्किल समय में भी नहीं भूले इंसानियत
पाटीदार महारैली के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई थी। उपद्रवियों के निशाने पर सबसे अधिक एसटी बसें ही रहीं। इसके चलते गुजरात में सारी एसटी बसों के पहिए रोक दिए गए थे। इसका नतीजा यह है कि सैकड़ों लोग बस स्टैंड पर फंसे रह गए।
वडोदरा। पाटीदार महारैली के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई थी। उपद्रवियों के निशाने पर सबसे अधिक एसटी बसें ही रहीं। इसके चलते गुजरात में सारी एसटी बसों के पहिए रोक दिए गए थे। इसका नतीजा यह है कि सैकड़ों लोग बस स्टैंड पर फंसे रह गए। दूसरे दिन यानी की बुधवार सुबह पूरे राज्य में हिंसा फैल गई, जिसके चलते लोग बस डिपो में ही फंसे रह गए। यहां पिछले दो दिनों से लोग भूखे-प्यासे पड़े हुए थे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज एसटी विभाग ने यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए खासतौर पर दो बसों का इंतजाम किया।
वहीं, यात्रियों के बारे में सुनते ही शहर के पूर्व पार्षद नितिन पटेल अपने साथियों के साथ बस डिपो पहुंचे और लगभग 300 यात्रियों के लिए तुरंत खाने-पीने की व्यवस्था करवाई। इतना ही नहीं, सभी ने अपने हाथों से ही यात्रियों को खाना परोसा और उन्हें अपने घरों के लिए विदा करवाया।