रवि पुजारी के नाम से पूर्वमंत्री को धमकी, पांच लाख की मांगी फिरौती
रवि पुजारी के नाम से गुजरात के उद्योगपतियों, नेताओं, बिल्डर व सहकारी क्षेत्र के कई नामी लोगों को फिरौती के लिए लगातार फोन आते रहे हैं।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात के पूर्व मंत्री जयंती कवाडियो को फोन पर धमकी देकर 5 लाख की फिरौती मांगने वाले मुंबई के एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खुद को माफिया डॉन रवि पुजारी का साथी बताने वाला युवक मुंबई में सहायक निर्देशक के रूप में काम कर चुका है। गुजरात में बीते कुछ वर्ष से गैंगस्टर रवि पुजारी के नाम से एक दर्जन से अधिक उद्योगपति, नेता व उद्यमियों को धमकी भरे फोन आ चुके हैं। इनमें अमूल के मुख्य महाप्रबंधक आर एस सोढी भी शामिल हैं।
माफिया डॉन रवि पुजारी के नाम से गुजरात के उद्योगपतियों, नेताओं, बिल्डर व सहकारी क्षेत्र के कई नामी लोगों को फिरौती के लिए लगातार फोन आते रहे हैं। बीते दो तीन वर्ष से यह सिलसिला लगातार जारी है। पूर्व पंचायत राज मंत्री जयंती कवाडिया को भी एक शख्स ने फोन कर पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी, हिंदी भाषा में उसने कवाडिया से कहा कि उसे पांच लाख का चंदा चाहिए तथा नहीं देने पर इसका परिणाम भुगतना होगा। वह यह रकम बतौर चंदा मांग रहा था। बहरहाल कवाडिया की शिकायत पर पुलिस ने फोन करने वाले शख्स को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी युवक मुंबई में सहनिर्देशक के रूप में काम कर चुका है। खुद को रवि पुजारी का साथी बताने वाले इस शख्स का रवि से क्या संबंध है पुलिस इसकी जांच कर रही है साथ ही इस बात की भी तफ्तीश कर रही है कि बीते दो तीन वर्ष से गुजरात के उद्योगपतियों, नेताओं, बिल्डर व सहकारी क्षेत्र के कई नामी लोगों को फोन कर फिरोती मांगने के पीछे भी इसी का हाथ तो नहीं है।
गौरतलब है कि अमूल के मुख्य महाप्रबंधक आरएस सोढी को दो साल पहले ऐसा ही फोन आया था, जिसमें शख्स ने खुद को रवि पुजारी का साथी बताते हुए फिरौती की मांग की थी, हालांकि सोढी ने इस तरह की धमकी पर कोई ध्यान नहीं दिया तथा पुलिस को सूचना मिलने पर उन्होंने अमूल की सुरक्षा और चुस्त दुरुस्त कर दी थी। पूर्व मंत्री कवाडिया ने बताया कि हिन्दी भाषा में यह युवक उससे पांच लाख का चंदा मांग रहा था, पुलिस को बताने तथा चंदा नहीं देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की भी उसने धमकी दी थी। गौरतलब है कि कवाडिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहते उ के मंत्रिमंडल में पंचायत व अन्य कई मंत्रालयों का कार्यभार देख चुके हैं।