मंदी का असरः ऑनलाइन नीलामी के 29.50 करोड़ के हीरे में से केवल 7.29 करोड़ के हीरे बिके
Recession effectसूरत में हीरा कम्पनी के मालिकों ने स्थानीय तौर पर रफ हीरा उपलब्ध करवाने के लिए ऑनलाइन नीलामी का आयोजन किया था। इस नीलामी में केवल 25 प्रतिशत हीरों की बिक्री हुई
अहमदाबाद। सूरत में पहली बार रफ हीरा की ऑनलाइन नीलामी का आयोजन किया गया। इसमें 29.50 करोड़ के हीरों को बिक्री के लिए रखा गया, जिसमें से केवल 7.29 करोड़ रुपये मूल्य के हीरों की ही बिक्री हुई।
सूरत में हीरा कम्पनी के मालिकों ने स्थानीय तौर पर रफ हीरा उपलब्ध करवाने के लिए ऑनलाइन नीलामी का आयोजन किया था। इस नीलामी में केवल 25 प्रतिशत हीरों की बिक्री हुई। पन्ना की खान से निकले 24,000 कैरेट कीमत 29.50 करोड़ रुपये नीलामी के लिए रखा गया था। इसमें केवल 6000 कैरेट अर्थात् 7.29 करोड़ रुपये के हीरे ही बिके।
सूरत और गुजरात के व्यापारियों को सेकन्डरी मार्केट में ऊंची कीमत पर हीरा खरीदना पड़ता है। इसके मद्देनजर जेम एण्ड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा सूरत में पहली बार हीरा बुर्स ऑनलाइन नीलामी का आयोजन किया गया था। इस नीलामी में मध्यप्रदेश की पन्ना खान में पाये जाने वाले रफ हीरा में से 24000 कैरेट का हीरा भी रखा गया था।
जेम एण्ड ज्वैलरी एक्सपपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष दीनेश नावड़िया के अनुसार ऑनलाइन नीलामी द्वारा 5950.23 कैरेट हीरे की बिक्री हुई। सभी 110 पैकेट में से 7.38 करोड़ में बिका। ऑनलाइन नीलामी में अलग-अलग आकार के रफ हीरे बिक्री के लिए रखे गये थे। इसमें से बड़ी साइज के हीरो की बिक्री हुई। ऑनलाइन नीलामी 28 सितम्बर से शुरु हुई। ससे पहली ही 36 लोगों ने इसकी खरीदी में अपनी रुचि दिखाई।
नीलामी में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया था। इसलिए जीजे इपीसी के सदस्यों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। उन्होंने ही दो दिनी इस ऑनलाइन नीलामी में हिस्सा लिया था। इसके सभी सदस्य सूरत के ही थे।
गौरतलब है कि हीरा उधोग में मंदी का असर दिख रहा है। वहीं ऐसा भी कहा जा रहा है कि रफ हीरा की खरीदी के लिए हीरा व्यापारी विदेश जाते रहते है। इसलिए हीरों की इस ऑनलाइन नीलामें गिने-चुने व्यापारियों ने ही भाग लिया। इस नीलामी में मध्यप्रदेश की पन्ना खान में पाये जाने वाले रफ हीरा में से 24000 कैरेट का हीरा भी रखा गया था।