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MahaCyclone: गुजरात की ओर बढ़ रहा महाचक्रवात, इन जिलों में होगी भारी बारिश

MahaCyclone in Gujarat. मौसम विभाग के निदेशक जयंता सरकार ने बताया कि महाचक्रवात का खतरा गुजरात से अभी टला नहीं है। महाचक्रवात ने दिशा बदल ली है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 04 Nov 2019 01:04 PM (IST)Updated: Mon, 04 Nov 2019 05:53 PM (IST)
MahaCyclone: गुजरात की ओर बढ़ रहा महाचक्रवात, इन जिलों में होगी भारी बारिश
MahaCyclone: गुजरात की ओर बढ़ रहा महाचक्रवात, इन जिलों में होगी भारी बारिश

अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात की ओर बढ़ रहा महाचक्रवात धीमा पड़ रहा है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। अरब सागर में तूफान 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। सात नवंबर को इसके दीव व पोरबंदर के बीच टकराने की आशंका है। एनडीआरएफ की 32 टीमें व नौसेना हालात से निपटने को तैनात कर दी गई हैं।

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गुजरात के पूर्व दक्षिण दिशा की ओर अरब समुद्र में उठे दो महाचक्रवात दो सौ किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से आगे बढ़ रहे हैं। चक्रवात के चलते बीते दो दिनों से गुजरात के मौसम ने अचानक पलटा खाया है। आगामी छह व सात नवंबर को सौराष्‍ट्र व मध्‍य गुजरात में भारी बारिश की आशंका है। मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी ने स्‍टेट इमरजेंसी सेंटर पहुंचकर चक्रवात व सुरक्षा उपायों का जायजा लिया। गांधीनगर व वडोदरा से भी एनडीआरएफ की 15 टीमें तटीय इलाके में भेज दी गई हैं, वहीं अन्‍य राज्‍यों से 15 टीमें बुलाई गई हैं। चक्रवात के चलते भावनगर, पोरबंदर, गीर सोमनाथ, अमरेली, राजकोट में सबसे अधिक असर की संभावना है। मछुआरों को वापस बुलाने के साथ समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है।

राजस्‍व विभाग के अतिरिक्‍त मुख्‍य सचिव पंकज कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं। महाराष्‍ट्र व दमण-दीव के आला अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संपर्क में हैं। उन्‍होंने बताया कि करीब 12000 बोट समुद्र से बाहर लौट आई हैं, जबकि 600 बोट अभी भीतर हैं जिनसे संपर्क टूट गया है।

मौसम विभाग के निदेशक जयंत सरकार के मुताबिक, चक्रवात आगामी सात नवंबर को गुजरात के तटीय क्षेत्र से टकरा सकता है। सौराष्‍ट्र व मध्‍य गुजरात सहित कुछ जिलों में भारी बारिश की आशंका है। वहीं, 70 से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। गीर सोमनाथ विधायक विमल चूडास्‍मा ने बताया कि लोगों को सुरक्षित स्‍‍थलों पर ले जाने की भी पूरी तैयारी की जा चुकी है। वे लगातार समुद्री इलाके में बसे लोगों व प्रशासन के संपर्क में हैं। उधर, प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर स्‍थानीय कांग्रेस ने भी बचाव व राहत कार्य के लिए टीमों का गठन किया है।

दिल्ली व बठिंडा की 10 टीमों को बुलाया गया

गुजरात के मुख्य सचिव जगदीप नारायण सिंह ने बताया कि गुजरात सरकार महा चक्रवात से निपटने के लिए तैयार है। प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। प्रभावित इलाको में एनडीआरएफ की 15 टीमों को तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली और बठिंडा से 10 एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया है।

उन्होंने कहा कि महाचक्रवात के मद्देनजर तमाम अधिकारियों को छुट्टी रद कर दी है। उन्हे हेडक्वाटर्स न छोड़ने की सूचना दे दी गई है। बंदरगाहों पर दो नंबर का सिगनल लगा दिया गया है और मछुआरों को समुद्र मे न जाने की सलाह दी गई है। इसके बाद भी मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने जाते है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात में पहले से ही एनडीआरएफ की 15 टीमों को तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली व बठिंडा की 10 टीमों को बुलाया गया है। इन टीमों को राजकोट व वडोदरा में तैनात किया जाएगा।

महाचक्रवात से निपटने के लिए कांग्रेस ने बनाई ये रणनीति

गुजरात में महाचक्रवात महामुसीबत बन गया है। गुजरात प्रदेश कांग्रेस भी इस मुसीबत से निपटने के लिए सरकार का साथ दे रही है। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने महाचक्रवात के कारण होने वाले नुकसान को देखते हुए विधायकों को अलर्ट कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस के तमाम विधायकों को अपने क्षेत्र में जनता को हर संभव मदद करने के आदेश दिए हैं।

इन जिलों में होगी भारी बारिश

महाचक्रवात की वजह से गुजरात के जामनगर, मोरबी, अहमदाबाद, आणंद, डांग, तापी, सूरत ,भरुच, नर्मदा, वडदरा, छोटाउदयपुर, वलसाड़, नवसारी, दमण, दादरनगर हवेली, सुरेन्द्रनगर, मोरबी, जामनगर, राजकोट, बोटाद, द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर , गिर सोमनाथ, दीव आदि जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।

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