अब राममंदिर व आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन करेगी करणी सेना
श्री राजपूत करणी सेना के शीर्ष संस्थापक लोकेन्द्रसिंह कालवी ने कहा है कि करणी सेना आगामी 23 सितंबर को राजस्थान के चित्तौड़ में एक महासम्मेलन करेगी।
अहमदाबाद, जेएनएन। श्री राजपूत करणी सेना ने अब राममंदिर व आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन करने का एलान किया है। फिल्म जोधा अकबर व पद्रमावती का विरोध कर देशभर में चर्चित हुई करणी सेना का दावा है कि वे भगवान श्री राम के वंशज हैं तथा उच्चतम न्यायालय उन्हें भी इस मामले में परिवादी बनाए। आरक्षण के मामले में आरएसएस नेताओं के बयान का समर्थन करते हुए सेना ने देश में आरक्षण की समीक्षा करने की मांग की है।
श्री राजपूत करणी सेना के शीर्ष संस्थापक लोकेन्द्रसिंह कालवी ने कहा है कि भगवान राम का जन्म किसी मंदिर में हुआ है। यह कहना है एक मजाक लगता है। करणी सेना उनके वंशजों का ही संगठन है, इसलिए उन्हें उच्चतम न्यायालय में परिवादी के रूप में मान्यता मिलनी चाहिए। कालवी यहां तक कहते हैं कि देश में शांति व एकता बनाए रखने के लिए अयोध्या में मंदिर के बजाए महल या म्यूजियम जैसा तैयार किया जाए तो करणी सेना समर्थन करेगी।
कालवी ने कहा है कि करणी सेना आगामी 23 सितंबर को राजस्थान के चित्तौड़ में एक महासम्मेलन करेगी, जिसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत, पूर्व प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य सहित अन्य वरिष्ठ प्रचारकों को आमंत्रित कर आरक्षण पर समीक्षा कराएगी। कालवी ने कहा कि संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर ने दस साल के लिए आरक्षण की व्यवस्था की थी लेकिन 70 साल से आरक्षण जारी है। देश में सामाजिक समरसता कायम रखने के लिए अब आरक्षण की समीक्षा का समय आ गया है।