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Gujarat: गाय बांधने पर दो महिला अफसरों में ठनी

Gujarat. जिला विकास अधिकारी डीडीओ नेहा कुमारी 2015 बैच की आइएएस हैं तथा उषा राडा आइपीएस हैं। महिसागर में दोनों सरकारी बंगलों में रहती हैं और पड़ोसी हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 04:34 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 04:34 PM (IST)
Gujarat: गाय बांधने पर दो महिला अफसरों में ठनी
Gujarat: गाय बांधने पर दो महिला अफसरों में ठनी

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। सरकारी बंगले में गाय बांधने को लेकर गुजरात की दो महिला अधिकारियों में ऐसी ठनी कि बात राजधानी गांधीनगर तक आ पहुंच गई।

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जानकारी के मुताबिक, महिसागर की जिला विकास अधिकारी नेहा कुमारी व पुलिस अधीक्षक उषा राडा पड़ोसी हैं, दोनों अधिकारियों के कॉमन प्‍लॉट में राडा ने गाय बांधना शुरू कर दिया। अन्‍य पड़ोसियों की आपत्ति पर दोनों अधिकारियों में तनातनी के बाद आला अधिकारियों ने मामला शांत कराया।

जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) नेहा कुमारी 2015 बैच की आइएएस हैं तथा उषा राडा आइपीएस हैं। महिसागर में दोनों सरकारी बंगलों में रहती हैं और पड़ोसी हैं। राडा के यहां काम करने वालों ने कॉमन प्‍लॉट पर गाय लाकर बांध दी, जिस पर अन्‍य पड़ोसियों की आपत्ति पर नेहा कुमारी ने राडा से बात की तो दोनों में तनातनी हो गई। नेहा ने इस मामले में राडा के विरुद्ध गृह विभाग को लिखित शिकायत की।

उधर, राडा ने भी नेहा कुमारी के खिलाफ राजस्‍व विभाग के अतिरिक्‍त मुख्‍य सचिव को शिकायत की। दोनों अधिकारियों के इस मामले में गांधीनगर के आला अधिकारियों ने मध्‍यस्‍थता कर मामले को सुलझा लिया। 

गिरफ्तारी पर ठनी

गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के आरोपों का जवाब देते हुए रविवार को कहा कि उन्हें कानून की जानकारी होनी चाहिए कि उनकी पार्टी के नेता को कोर्ट के आदेश से गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने देकर कहा कि राज्य की भाजपा सरकार तथा पुलिस विभाग का पाटीदार आंदोलन के नेता की गिरफ्तारी में कोई भूमिका नहीं है। इसके पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया था कि भाजपा सरकार कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल को बार-बार परेशान कर रही है। हार्दिक को देशद्रोह के 2015 के एक मामले में कोर्ट में पेश नहीं होने पर गिरफ्तार किया गया है।

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश बीजी गणत्रा द्वारा जारी वारंट के आधार पर हार्दिक पटेल को शनिवार रात अहमदाबाद के वीरगाम तालुका से गिरफ्तार किया गया। जज ने माना कि हार्दिक ट्रायल में देरी करने के इरादे से नियमित तौर पर कोर्ट में पेश नहीं हो रहे और जमानत की शर्तो का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्हें 24 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

रविवार सुबह प्रियंका ने ट्वीट किया, 'युवाओं के रोजगार तथा किसानों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले युवा हार्दिक पटेल जी को भाजपा बार-बार परेशान कर रही है। हार्दिक ने अपने समाज के लोगों की आवाज उठाई है, उनके लिए रोजगार और छात्रवृत्ति की मांग की है। उन्होंने किसान आंदोलन चलाया और भाजपा इसे देशद्रोह कह रही है।'

इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री पटेल ने पत्रकारों से कहा, 'प्रियंका को यह कानूनी जानकारी होनी चाहिए कि हार्दिक पटेल को कोर्ट के आदेश से गिरफ्तार किया गया है।' उन्होंने कहा कि आरोपित को ट्रायल के दौरान कोर्ट में मौजूद रहना होता है। यदि कोई आरोपित बगैर कोर्ट की बगैर अनुमति बार-बार गैरहाजिर रहता है तो कोर्ट उसकी गिरफ्तारी का वारंट जारी कर सकता है। उन्होंने कहा, 'पूरी प्रक्रिया कानूनी है और राज्य सरकार तथा पुलिस विभाग का उससे कोई लेना-देना नहीं है।'

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