Gujarat: राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस के दो विधायकों का इस्तीफा
Gujarat Congress. गुजरात में राज्यसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पार्टी के दो विधायक जीतू चौधरी व अक्षय पटेल ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Gujarat Congress. गुजरात में कांग्रेस के टूटने का सिलसिला अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्यसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पार्टी के दो विधायक जीतू चौधरी व अक्षय पटेल ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
वहीं, नेता विपक्ष परेश धनाणी ने भाजपा को विधायक खरीदने वाली दुकान की संज्ञा दी है। इस बीच, भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार नरहरी अमीन की जीत की दावेदारी अब और मजबूत हुई है।
गुजरात कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव की रणनीति को लेकर गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव गांधी भवन पर विधायकों की एक बैठक बुलाई थी। दो विधायक पार्टी अध्यक्ष अमित चावड़ा के संपर्क में नहीं थे। कांग्रेस में गुटबाजी के चलते वडोदरा जिले के करजण से विधायक अक्षय पटेल व वलसाड जिले के कपराडा से विधायक जीतू चौधरी ने विधानसभा व पार्टी से इस्तीफा सौंप दिया। चौधरी व पटेल ने कांग्रेस को लिखे पत्र में कहा कि पार्टी में गुटबाजी के चलते विधायकों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है। इससे परेशान होकर अब उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया है।
गुजरात में राज्यसभा की रिक्त हुई चार सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना है। कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे से भाजपा के तीसरे उम्मीदवार नरहरी अमीन की दावेदारी मजबूत हुई है। अमीन ने भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो तथा एनसीपी के एक विधायक के समर्थन का दावा किया है।
उधर, विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या अब 66 रह गई है। बीते तीन माह में कांग्रेस के सात विधायक पार्टी व विधानसभा से इसतीफा दे चुके हैं। दो नेता कुंवरजी बावलिया व जवाहर चावड़ा भाजपा से चुनाव जीतकर सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बन चुके हैं, जबकि ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर व धवल सिंह झाला उपचुनाव में हार गए थे।
कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा गुरुवार सुबह पार्टी के एकजुट होने व सभी विधायक कांग्रेस के साथ में होने का दावा करते रहे, लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं रही कि दो विधायक बुधवार शाम को ही विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी से मुलाकात कर इस्तीफा दे चुके हैं।
अध्यक्ष त्रिवेदी ने इस मामले में दो टूक कहा कि कोई सदस्य इस्तीफा देने आए तो उनका इस्तीफा स्वीकारने के अलावा दूसरा कोई विकलप उनके पास नहीं रह जाता है।
जबकि नेता विपक्ष परेश धनाणी ने कोरोना महामारी के बीच भी विधायकों को तोड़ने व खरीदने का आरोप लगाते हुए भाजपा पर विधायक खरीदने वाली दुकान होने का आरोप लगाया है।
अमीन को मिल सकता है एनसीपी व बीटीपी का साथ
2012 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पूर्व उपमुख्यमंत्री नरहरी अमीन को बीटीपी के दो तथा एनसीपी के एक विधायक का समर्थन मिल सकता है।
एनसीपी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह वाघेला को हटाकर पूर्व अध्यक्ष जयंत पटेल को दोबारा अध्यक्ष बनाया है, जिससे वाघेला नाराज हैं। वाघेला एनसीपी विधायक का वोट कांग्रेस उम्मीदवार को दिलाना चाहते थे। गुजरात में बीटीपी व एनसीपी दोनों ही कांग्रेस से नाराज है।